कानपुर (उत्तर प्रदेश) की घटना !
कानपुर (उत्तर प्रदेश) – राज्य की औद्योगिक राजधानी, कानपुर हिन्दुओं के धर्मांतरण का केंद्र बन गया है । यहां पर कुछ जिहादियों का गिरोह भोली-भाली और गरीब हिन्दू युवतियों का यौन उत्पीडन कर उनका धर्मांतरण करने की बात सामने आई है । यहां के काकडेदेव पुलिस थाने में इस संदर्भ में अपराध प्रविष्ट किया गया है और फैज को बंदी बनाया गया है । शहर के ६ से अधिक जिहादी मुसलमान इस षड्यंत्र में सहभागी हैं तथा इनमें दोन-तीन महिलाएं भी सहभागी हैं । शानू, लफ्फाज और शानू पिस्टल के साथ-साथ अनेक लोग इसमें सहभागी हैं । फैज को बंदी बनाने से पहले पुलिस ने शानू पिस्टल को बंदी बनाया है ।
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त राम सेवक गौतम ने कहा कि,
१. पुलिस के कुछ पथकों ने कानपुर के पूर्व क्षेत्र के कुछ होटल्स पर छापे मारे; परंतु उसमें वे असफल रहे । एक पीडिता के धर्मांतरण के मामले में उसकी चिकित्सकिय जांच की गई है ।
२. वर्तमान में फैज के साथ ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में रहनेवाली (बिना विवाह साथ में रहनेवाली) अन्य एक युवति फरार है । इस मामले में मानवी तस्करी की आशंका भी जताई गई है । इस परिसर में एक ऐसा ही गिरोह सक्रिय था, जो बलपूर्वक और आर्थिक दृष्टि से दुर्बल युवतियों को विदेश भेजता था ।
अपनेआप को ‘सनातनी’ कहलाकर महंगी गाडियों के साथ अपने छायाचित्र प्रसारित कर हिन्दू युवतियों को जाल में फंसाने का प्रयत्न !पुलिस उपायुक्त राम सेवक गौतम ने कहा कि इस गिरोह ने सभी सामाजिक माध्यमों को अपना शस्त्र बनाया है । इंस्टाग्राम, फेसबूक आदि पर ये लोग महंगी गाडियां और सोने के आभूषण पहने छायाचित्र प्रसारित करते हैं और स्वयं को ‘सनातनी’ कहलवाते हैं । तदुपरांत नौकरी और सहायता करने की आड में वे युवतियों को लालच दिखाकर उनका शारीरिक शोषण कर वीडियो बनाते हैं । कुछ दिन साथ में रहकर विवाह का नाटक करते हैं । तत्पश्चात उन्हें धर्मांतरण के लिए बाध्य किया जाता है । इस संदर्भ में अधिक जानने के लिए पुलिस उपायुक्त राम सेवक गौतम से ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि ने संपर्क किया, तो उन्होंने इस विषय में अधिक जानकारी देने की टालमटोल की । |
संपादकीय भूमिकाधर्मांतरण का अड्डा बना कानपुर शहर ! अल्पसंख्यक कहलवाने वाले ईसाई और मुसलमान यहां के असहाय हिन्दुओं को विविध प्रकार के लालच दिखाकर उनका धर्मांतरण कर रहे हैं । यह देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस को धर्मांतरण विरोधी कानून का उपयोग कर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ! |