प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर कडा प्रहार !
बांसवाडा (राजस्थान) – पहले जब उनकी (कांग्रेस) सरकार थी, तब प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था, ‘देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है ।’ इससे पता चलता है कि ये लोग संपत्ति बटोरकर किसे बाटेंगे ? जिनके अधिक बच्चे हैं उनमें और घुसपैठियों में बांट देंगे । आप की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा, क्या आप को यह स्वीकार है ? ऐसा प्रश्न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने २१ अप्रैल को यहां की एक प्रचारसभा में जनता से पूछा ।
(सौजन्य : Zee News)
कांग्रेस का शहरी नक्षलवादी विचार !
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र ही बताता है कि वे (कांग्रेसवाले) देश की महिलांओं के पास के सोने का हिसाब करेंगे और तदुपरांत यह संपत्ति बांट देंगे । शहरी नक्षलवाद का यह विचार हमारी महिलाओं का मंगलसूत्र भी नहीं बचने देगा । कभी वे दलित और आदिवासी जनता में भय फैलाते है । वर्तमान में कांग्रेस राज्य के संविधान और आरक्षण का सूत्र लेकर भय फैला रही है । उन्हें इस बात का पता है कि उनका यह झूठ कदापि सफल नहीं होगा; क्योंकि दलित अपने अधिकार भलीभांति जानते हैं ।
Prime Minister Modi accuses #Congress of distributing national wealth to Mu$lims and infiltrators#PMModi‘s fierce attack on Congress
‘Congress harbors Urban #Naxalite ideology’
👉 Congress claims Prime Minister Modi is lying#Mangalsutra#ManmohanSingh #Elections2024… pic.twitter.com/q8dsuryEG3
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 23, 2024
प्रधानमंत्री मोदी झूठ बोल रहे हैं ! – कांग्रेस की टिप्पणी
प्रधानमंत्री मोदी के इस वक्तव्य पर कांग्रेस नेता पवन खेडा ने सामाजिक माध्यमों में एक वीडियो प्रसारित कर कहा है कि देश के प्रधानमंत्री ने फिर से झूठ बोला है । चुनाव जीतने के लिए वे जनता से झूठ बोलते ही रहेंगे । उनकी गारंटी, वक्तव्य और आश्वासन झूठे हैं । हिन्दू-मुसलमानों के नाम पर झूठ बोलकर आप देश के टुकडे कर रहे हैं । कांग्रेस के घोषणापत्र में कहीं भी ‘मुसलमान’ और ‘हिन्दू’ ऐसे शब्द हैं क्या ? यह बताएं, अन्यथा वे झूठ बोल रहे हैं, ऐसी चुनौति मैं प्रधानमंत्री को देता हूं । इसका वे स्वीकार करें अथवा झूठ बोलना बंद करें ।
तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का वक्तव्य !
वर्ष २००६ में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के विकास के फल एकसमान पद्धति से अल्पसंख्यकों को, विशेषकर मुसलमानों को मिलने चहिए, इसके लिए हमें कल्पक योजनाएं बनानी चाहिए । देश की साधन-सुविधाओं पर पहला अधिकार मुसलमानों का होना चाहिए ।