‘सनातन प्रभात’ हिन्‍दुओं में निर्माण कर रहा है महाराणा प्रताप जैसी वीरता ! – प.पू. देवबाबा

कर्नाटक के मंगलुरु तथा उजिरे में कन्‍नड साप्‍ताहिक ‘सनातन प्रभात’ की रजत जयंती मनाई गई !

बाएं से श्रीमती मंजुला गौड़ा, दीप प्रज्‍वलित करते हुए प.पू. देव बाबा, श्री. मधुसूदन अय्‍यर तथा श्री. प्रशांत हरिहर

मंगलुरु (कर्नाटक) – हिन्‍दुओं में महाराणा प्रताप जैसा शौर्य, राजा विक्रमादित्‍य समान साहस तथा हिन्‍दुत्‍व की भावना जगाने का कार्य ‘सनातन प्रभात’ कर रहा है । सनातन प्रभात सभी को संस्‍कार देने का कार्य कर रहा है, ऐसे प्रशंसा भरे उद़्‍गार किन्‍निगोली स्‍थित श्री शक्‍तिदर्शन योगाश्रम के परम पूज्‍य देव बाबा ने व्‍यक्‍त किए । वह मैंगलोर के कूटक्‍कल ऑडिटोरियम में कन्‍नड़ साप्‍ताहिक ‘सनातन प्रभात’ की रजत जयंती कार्यक्रम का मार्गदर्शन कर रहे थे । इस समय ‘सनातन प्रभात’ के शुभचिंतक एवं उद्यमी श्री. मधुसूदन अय्‍यर, सनातन संस्‍था की धर्मप्रचारक श्रीमती मंजुला गौडा, साथ ही ‘सनातन प्रभात’ के विशेष प्रतिनिधि श्री. प्रशांत हरिहर भी व्‍यासपीठ पर उपस्‍थित थे । अतिथियों ने दीप प्रज्‍वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया ।

प.पू. देवबाबा

कार्यक्रम में सनातन प्रभात के पाठक, विज्ञापनदाता, शुभचिंतक तथा धर्म प्रेमी उपस्‍थित थे । इस अवसर पर कुछ पाठकों एवं वितरकों को सम्‍मानित किया गया । इस अवसर पर श्रीमती अश्‍विनी प्रभु ने सनातन प्रभात पत्रिका समूह के संस्‍थापक संपादक डॉ. सच्‍चिदानंद परब्रह्म आठवलेजी का संदेश पढकर सुनाया । इस कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर सीधा प्रसारण किया गया । इससे सैंकड़ों लोगों को लाभ हुआ ।

हिन्‍दुओं को माता-पिता के समान मार्गदर्शन करने वाला समाचार पत्र ! – श्री. मधुसूदन अयार

सनातन प्रभात हिन्‍दुओं के मन में धर्म के प्रति जो शंकाएं हैं, उन्‍हें दूर करने का कार्य कर रहा है । माता-पिता की तरह हिन्दुओं का मार्गदर्शन करना ।

‘सनातन प्रभात’ एक सत्‍यनिष्‍ठ पत्रिका ! – सौ. मंजुला गौडा

सौ. मंजुला गौडा

’सनातन प्रभात’ लोकतंत्र के चौथे स्‍तंभ के रूप में सत्‍यनिष्ठा से कार्य करने वाली पत्रिका है ! सनातन प्रभात पत्रिका गोहत्‍या, धर्मांतरण, हलाल जिहाद जैसे हिन्‍दुओं पर होने वाले कई आक्रमणों के विरुद्ध आवाज उठाने का कार्य कर रही है ।

‘हिन्‍दू राष्ट्र’ शब्‍द को सही अर्थों में समाज में स्‍थापित करने वाली पत्रिका ’सनातन प्रभात’ है! – प्रशांत हरिहर

प्रशांत हरिहर

आज केवल भारत में ही नहीं अपितु पूरी दुनिया में हिन्‍दू राष्ट्र की चर्चा हो रही है । आज से लगभग २५ वर्ष पूर्व, ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र’ शब्‍द का उच्‍चारण करना एक अज्ञात अपराध माना जाता था । ऐसे समय में ‘ईश्‍वरीय राज्‍य’, ‘हिन्‍दू राष्ट्र’ जैसे शब्‍दों को समाज में स्‍थापित करनेवाली पत्रिका सनातन प्रभात ही थी । केवल समाचार ही नहीं, अपितु प्रत्‍येक समाचार पर एक दृष्टिकोण देना सनातन प्रभात की एक और विशेषता है ।

उजिरे में भी मनाई गई वर्षगांठ !

कन्‍नड साप्‍ताहिक सनातन प्रभात की वर्षगांठ २५ फरवरी को उजिरे के श्री सीताराम कलामंदिर में मनाई गई । कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि एवं सनातन प्रभात के शुभचिंतक डॉ. रवि, सनातन संस्‍था के श्री. आनन्‍द गौडा एवं सनातन प्रभात की प्रतिनिधि श्रीमती शारदा भंडारकर ने इस समय मार्गदर्शन किया । डॉ. रवि ने मार्गदर्शन में कहा कि अन्‍य समाचार पत्रों तथा सनातन प्रभात में बहुत अंतर है । सनातन प्रभात ‘ज्ञान का सागर’ है । यह राष्ट्र तथा धर्म के बारे में भी विचारों का प्रचार करता है ।