ढाका दक्षिण सिटी कार्पोरेशन की जांच का निष्कर्ष !
नई देहली – ‘हमदर्द लॅबोरेट्रीज’ का ‘रूह अफजा’ शरबत भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश में बडी मात्रा में बिक्री होता है । इस संदर्भ में बांग्लादेश की ढाका दक्षिण सिटी कार्पोरेशन द्वारा (डी.एस.सी.सी. ने) की गई जांच में दावा किया गया है कि इस कंपनी ने लोगों को फलों के रस की अपेक्षा रसायन बेचा है । साथ ही ‘हमदर्द लॅबोरेट्रीज’ कंपनी चोरी के प्रकरण में भी दोषी पाई गई है एवं उसे दंड भी सुनाया गया है । डी.एस.सी.सी. ने बाजार से रूह अफजा के नमुने एकत्रित किए थे, जिसकी जांच के उपरांत यह सत्य सामने आया । दूसरी ओर ‘हमदर्द’ ने दावा किया है कि ३६ प्रकार के फल रूह अफजा बनाने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं । तो १३ अन्य हर्बल घटक भी जोडे जाते हैं । ‘ब्लिट्ज’ नियतकालिक ने इस संदर्भ में समाचार प्रकाशित किए है ।
'Hamdard Laboratories' sold chemicals under the name of #Halal certified 'Rooh Afza' drink.
➡️Findings by the Dhaka South City Corporation.
'#RoohAfza' is a widely popular drink in India as well, authorities must carry out similar checks here too.#Jago pic.twitter.com/6QEX7gtS6j
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 23, 2024
१. ढाका दक्षिण सिटी कार्पोरेशन ने देखा है कि हमदर्द झूठे दावे कर लोगों को मूर्ख बना रही है एवं उनका मानसिक तथा भावनात्मक शोषण कर रही है । हमदर्द लॅबोरेट्रीज रूह अफजा में १३ हर्बल औषधियां एवं ३६ प्रकार के फलों तथा पुष्पों का रस होने का दावा करती है । आगे दावा करते हुए कहती है, ‘यह शरबत ‘पौष्टिक पेय’ है एवं वह पीने से शरीर में पानी की कमी को
(डीहाड्रेशन) रोका जाता है ।’ प्रत्यक्ष में उल्लेखित घटक शरबत में नहीं हैं ।
२. इसके अतिरिक्त विवरण में (रिपोर्ट) में स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा कहा गया है कि रूह अफजा बडी संख्या में लोगों के लिए, विशेषकर मधुमेह के रोगियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं निर्माण कर सकती है ।
३. बांग्लादेश के हमदर्द के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. हकीम मुहम्मद युसूफ हारून भुईया ने रूह अफजा के विज्ञापन के विषय में लिखित क्षमायाचना की है ।
४. इस विवाद से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ‘हमदर्द प्रयोगशाला बांग्लादेश’ ने ढाका के अधिकारियों को घूस देने का प्रयास किया । यह आरोप लगने के उपरांत ‘हमदर्द’ ने क्षमा मांगी । तदुपरांत बांग्लादेश की महानगरपालिका के अधिकारियों ने २० फरवरी को भ्रष्टाचार विरोधी आयोग एवं खाद्य निदेशालय में परिवाद (शिकायत) प्रविष्ट की है ।
संपादकीय भूमिका‘रूह अफजा’ भारत में भी बिक्री होता है, तो यहां भी संबंधित तंत्र द्वारा उसकी जांच करना आवश्यक है ! |