पांडवों ने ५ गांव मांगे थे, हम तो केवल ३ स्थान मांग रहे थे !

योगी आदित्यनाथ का विधानसभा में वक्तव्य !

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) – उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में यह वक्तव्य देते हुए कहा, जब हम अयोध्या के विषय में बोलते हैं, उस समय हमें पांडवों का स्मरण होता है । भगवान श्रीकृष्ण दुर्योधन के पास गए थे तथा उन्होंने दुर्याेधन से कहा था, ‘पांडवों को ५ गांव दीजिए तथा संपूर्ण इंद्रप्रस्थ अपने पास रखिए’; परंतु दुर्याेधन ने इतना देना भी अस्वीकार किया था । उसने भगवान श्रीकृष्ण को भी बंधक बनाने का प्रयास किया । अयोध्या, काशी एवं मथुरा के विषय में भी ऐसा ही हुआ । पांडवों ने केव ५ गांव मांगे थे, जबकि यहां हमारी आस्था केवल ३ स्थान मांग रही है । यह देवताओं के अवतारों की भूमि है तथा यह हमारा आग्रह है ।’

योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी के विषय में कहा कि भारत में लोगों की आस्था का अनादर हो रहा है तथा बहुसंख्यक समाज को भीख मांगनी पडे, ऐसा विश्व में अन्यत्र कहीं नहीं हुआ है । जो काम अब चल रहा है, वह स्वतंत्र भारत में इससे पूर्व ही आरंभ हो जाना चाहिए थे । यह कार्य वर्ष १९४७ में ही होना चाहिए था । लोगों ने जब अयोध्या का उत्सव देखा, उस समय नंदी बाबा (ज्ञानवापी में स्थित नंदी व्यास तहखाने की पूजा के संबंध में) ने कहा, ‘भाई, अब हम क्यों रुकें ? अब प्रतीक्षा न कर रात को बैरिकेट् तोडकर आईए ।’ अब हमारे कृष्ण कन्हैया (श्रीकृष्णजन्मभूमि) कहां रुकनेवाले हैं ?

‘कौरव’ मिट जाएंगे !

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने केवल इस देश की संपत्ति ही नहीं लूटी, अपितु इस देश के विश्वास को भी पैरोंतले रौंदा । स्वतंत्रता के उपरांत जिन आक्रांताओं का महिमामंडन करने का दुष्कृत्य किया गया, वह केवल मतों के लिए ! दुर्याेधन ने ‘मैं सुईं की नोंक पर समाएगी, उतनी भी भूमि नहीं दूंगा’, ऐसा कहा था; परंतु उसके उपरांत क्या हुआ ? कौरव मिट गए ।