‘भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं’, इन महिलाओं का ऐसा भाव !
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां की नाजनीन अनसारी एवं नजमा परवीन नामक २ महिलाएं अयोध्या जा कर राम ज्योति लाएंगी । यह राम ज्योति लेकर वे वाराणसी के मुस्लिम क्षेत्र में जाएंगी तथा वहां ‘भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं एवं प्रत्येक भारतीय का डी.एन.ए. एक ही है’, इस संदेश का प्रसार करेंगी । अयोध्या के महंत शंभू देवाचार्य इन दोनों को राम ज्योति देनेवाले हैं । इसके साथ ही वे अयोध्या की मिट्टी एवं सरयू नदी का पवित्र जल भी लेकर जानेवाली हैं । उनका कहना है, ‘भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं ।’
नाजनीन अनसारी ने श्रीरामचरितमानस एवं हनुमान चालीसा का उर्दू में भाषांतर किया है !
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से स्नातक नाजनीन अनसारी ने श्रीरामचरितमानस एवं हनुमान चालीसा का उर्दू भाषा में भाषांतर किया है । वे शांति एवं एकता के लिए सदैव प्रयास करती हैं । वाराणसी के पातालपुरी मटके महंत बालक दास उनके गुरु हैं । वे ‘राम पथ’ नामक संगठन के माध्यम से सामाजिक एवं धार्मिक कार्य कर रही हैं । नजमा ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पीएचडी किया है । पिछले १७ वर्षों से वे श्रीराम की भक्ति कर रही हैं ।
व्यक्ति धर्मांतरण कर सकता है; परंतु पूर्वज नहीं !
नाजनीन ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीरामजी का भव्य मंदिर बन रहा है, उसका हमें आनंद है । भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं । व्यक्ति धर्मांतरण कर सकता है; परंतु पूर्वज नहीं । जिस प्रकार मुस्लिमों के लिए मक्का महत्त्वपूर्ण है, उसी प्रकार हिन्दुओं के लिए, जिन्हें भारतीय संस्कृति पर विश्वास है, उनके लिए अयोध्या महत्त्वपूर्ण है ।