श्री राम के नाम पर राजनीति करना मूर्खता है !

बागेश्‍वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्‍ण शास्त्री का वक्‍तव्‍य

पंडित धीरेंद्रकृष्‍ण शास्त्री

नई देहली – श्री राम के नाम पर राजनीति करना ठीक नहीं है । धर्म से राजनीति होनी चाहिए । बागेश्‍वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्‍ण शास्त्री ने बयान दिया कि धर्म का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए । वह एक राष्ट्रीय समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्‍कार में बोल रहे थे । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अवध ने अपमानजनक बयान दिया था कि ‘श्री राम मांसाहारी थे’। इसका प्रभाव महाराष्ट्र में हुआ । इस दृष्‍टिकोण से पंडित शास्त्री का बयान अहम माना जा रहा है ।

शास्त्री ने आगे कहा कि भारत के नागरिकों में जागरूकता आई है । अब उन्‍हें अपनी बुद्धि से मतदान करना चाहिए । ‘भारत विश्‍व गुरु बने’ इस दृष्टिकोण से सरकार चुननी चाहिए । श्री राम का अर्थ है मर्यादा पुरूषोत्तम । श्री राम का अर्थ है समृद्धि, अखंडता एवं एकता । श्री राम के नाम पर राजनीति कर अपना लक्ष्य साधना यह मूर्खता है ।

वर्तमान समय हिन्‍दू धर्म के लिए स्‍वर्ण युग है !

इस समय धीरेन्‍द्रकृष्‍ण शास्त्री ने कहा कि इस बात से असहमत होने का कोई कारण नहीं है कि शंकर ही आत्‍मज्ञानी हैं । मथुरा श्रीकृष्‍ण की है । देश में न्‍यायालय है । भारतीय पुरातत्‍व विभाग को जो साक्ष्य मिले हैं उनसे यह सिद्ध होता है कि वहां सनातन धर्म ही है । मोहम्‍मद गोरी, अकबर, बाबर आदि ने मंदिरों पर जो आक्रमण किए, जो घाव दिए, वह अब भरने लगे हैं । वर्तमान युग हिन्‍दू धर्म तथा हिन्‍दुओं के लिए स्‍वर्ण युग है ।

संपादकीय भूमिका 

जो राजनेता भगवान श्री राम के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, वे अपनी रगों में बसे हिन्‍दू द्वेष को उजागर कर रहे हैं । हिन्‍दू संगठित होकर ऐसे लोगों का राजनीतिक कार्यकाल लोकतंत्र से मिली शक्‍ति का उपयोग कर समाप्‍त करेंगे !