इस्लाम में महिलाओं का सम्मान नहीं यह कहते हुए मुसलमान शिक्षिका की ‘घर वापसी’ !

(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

बरेली (उत्तर प्रदेश) – यहां के एक निजी विद्यालय की ३३ वर्षीय शिक्षिका नेहा असमत ने इस्लाम में महिलाओं को सम्मान नहीं मिलता यह कहते हुए हिन्दू धर्म अपना है । उज्जैन में महाकाल का आशीर्वाद लेने के पश्चात उसने हिन्दू धर्म अपनाने की घोषणा की । नेहा असमत ने अब अपना नाम नेहा सिंह रख लिया है ।

१. इस शिक्षिका के परिजनों ने बारादरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी । इसमें उन्होंने उसके साथी शिक्षक मोहित सिंह पर अपहरण का आरोप लगाया था ।

२. नेहा सिंह ने बरेली के पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाते हुए है कहा है कि मैं और मेरे मित्र मोहित सिंह के प्राण संकट में हैं ।

३. इस पत्र में आगे नेहा सिंह ने लिखा है, ‘मेरे परिजनों ने मेरा विवाह एक विवाहित मुसलमान से करने का षड्यंत्र रचा था, जिसे मेरी सहमति नहीं थी । घर के लोगों ने दबाव डाला तो मैंने घर छोड़ दिया । मोहित सिंह के विरुद्ध मेरे परिवार के लोगों द्वारा लगाया गया आरोप झूठा है । मैंने अपनी इच्छा से घर छोड़ा है और बिना दबाव के सनातन धर्म स्वीकार किया है ।’