Garba UNESCO : गुजरात के गरबा नृत्य को मिला ‘यूनेस्को’ की ‘अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ सूची में स्थान !

कर्णावती (गुजरात) – गुजरात के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नृत्य गरबा को संयुक्त राष्ट्र की ‘यूनेस्को’ संस्था के ‘अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ सूची में समाविष्ट किया गया है । यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने ‘एक्स’ खाते पर साझा की है । इसमें उन्होंने लिखा है कि मां अंबा की आराधना से संबंधित गरबा नृत्य का आयोजन गुजरात राज्य की संस्कृति को अभिव्यक्त करता है ।

संयुक्त राष्ट्र संघ के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन ‘यूनेस्को’ ने अबतक भारत की १५ सांस्कृतिक परंपराओं को इस सूची में सम्मिलित किया है । इसमें रामलीला, योगासन, वैदिक मंत्रजप, केरल की ‘कुटियाट्टम’ पारंपरिक रंगभूमि, राजस्थान का ‘कालबेलिया’ लोकसंगीत और नृत्य-विधा, लद्दाख का बौद्ध जप, कोलकाता की दुर्गापूजा, कुंभमेला आदि का समावेश है ।

इस सूची में गरबा का समावेश होने के लिए ‘महाराज सयाजीराव विश्वविद्यालय’ का विशेष योगदान बताया गया है ।