कर्णावती (गुजरात) – गुजरात के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नृत्य गरबा को संयुक्त राष्ट्र की ‘यूनेस्को’ संस्था के ‘अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ सूची में समाविष्ट किया गया है । यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने ‘एक्स’ खाते पर साझा की है । इसमें उन्होंने लिखा है कि मां अंबा की आराधना से संबंधित गरबा नृत्य का आयोजन गुजरात राज्य की संस्कृति को अभिव्यक्त करता है ।
🔴 BREAKING
New inscription on the #IntangibleHeritage List: Garba of Gujarat, #India 🇮🇳.
Congratulations!https://t.co/c2HMPpStCA #LivingHeritage pic.twitter.com/YcupgYLFjg
— UNESCO 🏛️ #Education #Sciences #Culture 🇺🇳 (@UNESCO) December 6, 2023
संयुक्त राष्ट्र संघ के शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन ‘यूनेस्को’ ने अबतक भारत की १५ सांस्कृतिक परंपराओं को इस सूची में सम्मिलित किया है । इसमें रामलीला, योगासन, वैदिक मंत्रजप, केरल की ‘कुटियाट्टम’ पारंपरिक रंगभूमि, राजस्थान का ‘कालबेलिया’ लोकसंगीत और नृत्य-विधा, लद्दाख का बौद्ध जप, कोलकाता की दुर्गापूजा, कुंभमेला आदि का समावेश है ।
इस सूची में गरबा का समावेश होने के लिए ‘महाराज सयाजीराव विश्वविद्यालय’ का विशेष योगदान बताया गया है ।