बिहार में हलाल उत्पादनों पर प्रतिबंध लगाएं !- गिरिराज सिंह 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की मुख्यमंत्री नितीश कुमार को पत्र लिखकर मांग !

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार

पाटलिपुत्र (बिहार) – केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायत राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के समान बिहार में भी हलाल प्रमाणित उत्पादनों पर प्रतिबंध लगाने की और प्रमाणपत्रों के पीछे होने वाले लोगों के विरोध में कार्यवाही करने की मांग की है । पत्र में सिंह ने कहा है कि, बिहार राज्य में खाद्य पदार्थ, खाद्य तेल सूखा मेवा, मिठाई, सौंदर्य प्रसाधन, औषधि आदि के लिए हलाल प्रमाण पत्र दिया जाता है ।

विशेषता यह कि, इन पदार्थों के लिए ‘भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण’ (एफ.एस.एस.आई.ए.) यह सरकारी तंत्र प्रमाण पत्र देता है । हलाल प्रमाण पत्र के नाम पर इस्लाम का संबंध न होने वाले व्यवसायों का इस्लामीकरण किया जा रहा है । हलाल प्रमाण पत्र देने वाली संस्थाएं स्वयंभू होकर वे कंपनियों से पैसे लेकर प्रमाणपत्र दे रही हैं । यह एक षड्यंत्र होने का आरोप निराधार नहीं है । भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक देश में हलाल प्रमाणपत्र का मामला संविधान के विरोध में होकर यह देशद्रोह है । संपूर्ण विश्व में हलाल प्रमाणपत्र का व्यवसाय १६६ लाख करोड रुपए से अधिक है । इन पैसों का प्रयोग आतंकवादी कार्यवाहियों के लिए किये जाने की भी बात सामने आई है । इसकी गहनता से जांच करने की आवश्यकता है ।

कर्नाटक में भी हलाल उत्पादनों पर प्रतिबंध की मांग !

कर्नाटक में भाजपा विधायक बसनगौडा पाटिल यत्नाल ने केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल को पत्र लिखकर हलाल प्रमाण पत्र देने वाली संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है । उन्होंने पत्र में लिखा है कि धार्मिक संस्थाओं के नाम के नीचे कुछ इस्लामी संगठन मांस, खाद्य पदार्थ, सौंदर्य प्रसाधन और अन्य वस्तुओं को हलाल प्रमाण पत्र दे रहे हैं । यह चिंता का विषय है ।

संपादकीय भूमिका

प्रत्येक राज्य में प्रतिबंध लगाने की अपेक्षा केंद्र सरकार को ही देशभर में हलाल उत्पादनों पर प्रतिबंध लगाना सही होगा !