आने वाले सोमवार को ताजमहल परिसर में शिव आरती करने की हिन्दुओं की घोषणा !
आगरा (उत्तर प्रदेश) – १६ नवंबर को ताजमहल परिसर में बंगाल से आए एक मुसलमान पर्यटक ने नमाज पठन किया । उस समय यहां सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस ने उसे फटकारने पर मुसलमान ने क्षमा मांगी । इस कारण पुलिस ने उसे छोड दिया । इस घटना का वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित होने पर अब विवाद निर्माण हो गया है । हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने आरोप लगाया कि, मुसलमानों के लिए उच्चतम न्यायालय की नियमावली भंग की जा रही है । केवल क्षमा मांगने पर उन्हें छोड दिया जाता है । यदि यहां हिन्दुओं ने धार्मिक कृत्य किया होता, तो उनके विरोध में अपराध प्रविष्ट किया गया होता । इस कारण पुलिस और उस मुसलमान पर्यटक के विरोध में अपराध प्रविष्ट करना चाहिए । इसके लिए हम पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट करने वाले हैं । इसके अतिरिक्त २० नवंबर के दिन हमारे सदस्य यहां शिव आरती भी करेंगे और तदुपरांत क्षमा भी मांगेंगे, ऐसी घोषणा उन्होंने की ।
१. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के निरीक्षक राजकुमार पटेल ने बताया कि, यहां नमाज पढने पर प्रतिबंध है । इस संबंध की सूचना लिखी गई है । इसकी जानकारी न होने से कुछ पर्यटक यहां नमाज पढते हैं, तब उन पर कार्यवाही की जाती है ।
२. हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से ताजमहल को ‘तेजोमहालय’ संबोधित कर इसके शिव मंदिर होने बात कही जा रही है । इस कारण उनकी ओर से यहां आरती करने और भगवा ध्वज ले जाने का अनेक बार प्रयास किया गया है और उन पर भी कार्यवाही भी की गई है । संजय जाट पर भी इस संबंध में कुछ अपराध प्रविष्ट हैं ।
संपादकीय भूमिकाताजमहल हिन्दुओं की विरासत है, यह पुरातत्व विभाग घोषित क्यों नहीं करता ? केंद्र सरकार को इस संबंध में आगे आकर ताजमहल का सत्य विश्व को बताना चाहिए ! |