खालिस्तानवादियों की गतिविधियों पर ब्रिटिश सरकार से चर्चा पर विदेश मंत्री का वक्तव्य

लंदन (इंग्लैंड) – ब्रिटेन की ५ दिवसीय यात्रा पूरी कर भारत लौटने से पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने प्रेस को संबोधित किया । उन्होंने कहा कि बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उपयोंग एक निश्चित दायित्व के साथ किया जाना चाहिए । विशेषकर राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित इन स्वतंत्रताओं के दुरुपयोग को सहन करना अत्यंत अनुचित है । उन्होंने इस समय कहा कि उन्होंने यह मत ब्रिटिश नेताओं के समक्ष प्रस्तुत किया है ।
डॉ. जयशंकर ने आगे कहा,
१. मैंने ब्रिटिश कैबिनेट मंत्रियों और विपक्ष के नेताओं के साथ वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
२. यह बैठक ब्रिटिश गृह सचिव जेम्स क्लेवरली और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टिम बैरो के साथ हुई । इस समय भारत ने खालिस्तानवादियों के समर्थन में चल रही गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर भारतीय अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की ।
३. ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश मंत्री डेविड कैमरन के साथ रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास के बीच संघर्ष पर भी चर्चा हुई ।
४. कुल मिलाकर, मेरी ब्रिटेन यात्रा बिल्कुल सही समय पर हुई है । इसकी बहुत आवश्यकता थी । ऐसी यात्राओं से ही दोनों देशों के बीच वास्तविक सामंजस्य को अच्छा बढ़ावा मिलता है । यह यात्रा हमारे संबंधों की निकटता का उदाहरण है ।