सनातन धर्म पर पूर्ण श्रद्धा होने का फिजा का प्रतिपादन
मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां फिजा जहां नामक मुसलमान युवती ने अंकित वल्मीकि नामक हिन्दू युवक के साथ विवाह किया । इसके लिए पहले उसने स्वयं का शुद्धिकरण करने की इच्छा व्यक्त की । हिन्दू धर्म स्वीकार करने के उपरांत नोएडा के आर्य समाज मंदिर में दोनों ने हिन्दू पद्धति से विवाह किया । उसका नामकरण ‘चाहत वल्मीकि’ किया गया है । इस समय उसने कहा, ‘सनातन धर्म पर मेरी पूर्ण श्रद्धा है ।’ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के सदस्यों ने इस विवाह में उपस्थित रहकर उनको आशीर्वाद दिए ।
फिजा जहां पिछले ४ वर्षों से अंकित से प्रेम करती थीं; परंतु उसके परिजनों का इस विवाह के लिए विरोध था । उसके पिताजी का नाम अबरार हुसेन है । एक दिन वह घरवालों की अनुपस्थिति में भाग गई । अंकित के साथ वह नोएडा पहुंची । वहां दोनों आर्य समाज मंदिर में गए । दोनों ने पूजारी से विवाह करने की इच्छा व्यक्त की । दोनों की आयु १८ वर्ष से अधिक है, यह कागदपत्रों से (दस्तावेजों से) स्पष्ट होने के उपरांत उनका विवाह किया गया ।
संपादकीय भूमिकालव जिहाद को ढोंग कहनेवाले, साथ ही उसके विरुद्ध कार्य करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों पर आगबबूला होनेवाले कथित धर्मनिरपेक्षतावादी, ऐसे प्रसंगों का विरोध करने लगें, तो आश्चर्य कैसा ! |