सनातन धर्म नष्ट करने का षड्यंत्र ही है धर्मयुद्ध का आरंभ ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

तरणा (उत्तर प्रदेश) में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा’ संपन्न !

बाईं ओर से श्रीमती प्राची जुवेकर तथा मार्गदर्शन करते सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – ‘सनातन धर्म को नष्ट करने का षड्यंत्र प्रतिदिन रचा जा रहा है । ‘सर तन से जुदा’ के (सर काटने के) नारे लगाकर भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की गतिविधियां तीव्र गति से चल रही हैं । हमने प्रभावशाली हिन्दू-संगठन खडा कर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना की, तभी हमें इस धर्मयुद्ध में विजय मिलेगी । इसलिए हिन्दुओं को जागृत होकर संगठित रहने की आवश्यकता है ।’ हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने यह मार्गदर्शन किया । उत्तर प्रदेश के तरणा की शारदा मंगलम् वाटिका में समिति द्वारा आयोजित हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा में वे ऐसा बोल रहे थे । इस सभा का आयोजन वाराणसी के चमाव गांव के पूर्व प्रमुख श्री. जयप्रकाश सिंह ने किया था । गांव के लोगों से इस सभा को स्फूर्तिदायी प्रतिसाद मिला ।

सद्गुरु सिंगबाळजी ने आगे कहा, ‘‘सनातन धर्म को नष्ट करने की बातें करनेवालों पर कार्यवाही नहीं होती, उल्टे उनके द्वारा ही हिन्दू मंदिर चलाए जा रहे हैं । राज्य सरकारों द्वारा मंदिरों की लाखों एकड भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है । अब हिन्दू समाज को गांव-गांव के छोटे-छोटे मतभेद भूलकर अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपराओं को पुनर्जीवित करना पडेगा । हिन्दू संगठनों में दबी हुई हिन्दू राष्ट्र की सुप्त इच्छा को जागृत करना होगा, साथ ही युवा शक्ति को राष्ट्रनिर्माण के कार्य में आगे आना होगा ।’’

इस अवसर पर सनातन संस्था की श्रीमती प्राची जुवेकर ने ‘हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य के लिए स्वयं में आध्यात्मिक बल कैसे बढाएं ?’, इस विषय पर मार्गदर्शन किया ।

क्षणिका

सभा के उपरांत कार्य की अगली दिशा सुनिश्चित करने के लिए की गई बैठक में ‘सनातन धर्म को नष्ट करने की बातें करनेवालों पर कार्यवाही हो’, इस मांग को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाने तथा प्रत्येक गांव में इस प्रकार की सभा का आयोजन कर हिन्दुओं में जागृति लाने का निश्चय किया गया ।