(और इनकी सुनिए… ) ‘सनातन धर्म समाप्त होना चाहिए’, मैं सदैव ऐसा कहूंगा !’ – उदयनिधि स्टालिन

डी.एम.के नेता तथा तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म को समाप्त करने वाले वक्तव्य पर अडे !

चेन्नई (तमिलनाडु) – तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन आज भी  के सनातन धर्म को नष्ट करने वाले वक्तव्य पर अडिग हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ की बात करते हैं, क्या इसका अर्थ कांग्रेस के सदस्यों को मार देना चाहिए ऐसा होता है ? भाजपा ‘इंडिया ‘ गठबंधन से भयभीत है और उसे पथभ्रष्ट करने के लिए इस तरह की बातें कर रही है । डी.एम.के. की नीति ‘एक कुल, एक देव ‘ है । उदयनिधि ने आगे कहा कि मैं दोहराता हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है तथा मैं कहता रहूंगा कि सनातन धर्म समाप्त होना चाहिए ।

कुछ लोग बचकाना व्यवहार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने नरसंहार करने के लिए भडकाया है । कुछ लोग कहते हैं, द्रविडों को यह विचारधारा नहीं चाहिए । क्या इसका अर्थ यह है कि डी.एम.के. सदस्यों को भी मार दिया जाना चाहिए ? सनातन क्या है ? ‘सनातन का अर्थ, ‘कुछ भी नहीं बदलता है तथा सब कुछ शाश्वत है’ किंतु द्रविड विचारधारा परिवर्तन की मांग करती है और इस बात की मांग करती है कि ‘सभी को समान होना चाहिए’। ( सनातन का अर्थ है , नित्य नूतन: सनातन: – संपादक )

संपादकीय भूमिका 

  • यदि उदयनिधि को लगता है कि किसी को समाप्त करने का अर्थ हत्या करना नहीं होता , तो वह उस धर्म को समाप्त करने की बात क्यों नहीं करते, जो जिहादी आतंकवाद का कारण बन रहा है तथा जिसने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है ?
  • सनातन के लाखों वर्षों के इतिहास में सनातन धर्म ने कभी भी आतंकवाद का आह्वान नहीं किया, न ही किसी सनातन धर्मी ने कभी ऐसा किया है, तो स्टालिन इस धर्म को क्यों समाप्त करना चाहते हैं ?, उन्हें जनता को यह विस्तार से यह समझाना चाहिए !