ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के हिन्दू छात्र संगठन के भूतपूर्व अध्यक्ष पर अत्याचार हुए थे । इस घटना का उल्लेख !
धर्म निरपेक्षतावादी, कांग्रेसी, कट्टरपंथी मुसलमानों का विरोध !
उडुपी (कर्नाटक) – ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षित प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ रश्मी सामंत ने विश्वविद्यालय में उन पर हुए अन्याय का कथन करनेवाली पुस्तक ‘ए हिन्दू इन आक्सफर्ड’ का विमोचन किया है । उन्होंने इस विषय में जानकारी देनेवाला ट्विट प्रसारित किया है । तभी साम्यवादी, कथित धर्म निरपेक्षतावादी, कांग्रेसी, कट्टरपंथी मुसलमान आदि द्वारा विरोध किया जा रहा है ।
सामंत ने पोस्ट करते हुए कहा है कि ऑक्सफर्ड के छात्र संगठन के अध्यक्ष के रूप में मैं प्रथम भारतीय महिला थी । यह संपूर्ण घटनाक्रम मेरे लिए ‘गुंडागिरी, छल एवं धमकियों भरा कष्टदायक दु:स्वप्न’ ही था । आक्सफर्ड को हिन्दू अध्यक्ष अस्वीकार होने के कारण मुझे पदच्युत होना पडा ।
उन्होंने आगे कहा, ‘समय बीतने के साथ मुझे भान हुआ कि ऐतिहासिक रूप से मैं हिन्दुओं को हानि पहुंचाने के वेश्विक षड्यंत्र का शिकार बन गई हूं तथा अबतक अनेक पीडितों की हत्या हो चुकी है । इस पर कर्नाटक कांग्रेस के नेता ऐश्वर्या महादेश ने अनर्गल बयानबाजी की है । उन्होंने कहा, ‘आपके बलि चढने का झूठा कथानक आपको कहीं का नहीं रखेगा । ऑक्सफर्ड को कभी भी तुम्हारी आवश्यकता नहीं थी !’
What doesn’t kill you only makes you stronger!
At 22 years of age, as the first Indian Female President of the Oxford University Students Union, my historic election victory rapidly transformed into a distressing nightmare of bullying, harassment, & threats. It was declared that… pic.twitter.com/yWcoUYM9C4
— Rashmi Samant (@RashmiDVS) August 5, 2023
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों को सामने लानेवाले प्रत्येक प्रयास का हिन्दूद्वेषी जमात विरोध करेगी ही, इस में आश्चर्य कैसा ? अर्थात हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध कार्य करनेवाली रश्मी सामंत जैसे हिन्दुत्वनिष्ठों के समर्थन में हिन्दुओं को दृढता से खडा रहना आवश्यक ! |