इंदौर (मध्य प्रदेश) में माथे पर तिलक लगा कर आए विद्यार्थियों को शिक्षिका द्वारा मारा गया

  • अभिभावकों की विद्यालय के मुख्याध्यापक से शिकायत

  • जिलाधिकारी के निर्देश का पालन करेंगे ! – विद्यालय की भूमिका

इंदौर (मध्य प्रदेश) – यहां के धार मार्ग पर स्थित बाल विज्ञान शिशुविहार उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों द्वारा माथे पर तिलक लगाने से शिक्षिका ने कुछ विद्यार्थियों को मारा । इस पर विद्यार्थियों के अभिभावकों ने विद्यालय के मुख्याध्यापक से शिकायत की । मुख्याध्यापक ने बताया कि, इस संबंध में जिलाधिकारी के आदेश का पालन किया जाएगा ।

शिक्षिका पदमा सिसोदिया ने विद्यालय में तिलक लगाकर आए ६-७ विद्यार्थियों को मारा और विद्यालय से बाहर निकाल दिया था । अभिभावकों को यह जानकारी मिलने पर वे विद्यालय पहुंचे । मुख्याध्यापक ओमप्रकाश सिंह और शिक्षिका सिसोदिया अभिभावकों की कोई भी बात नहीं सुन रहे थे। उनका कहना है कि तिलक लगाने पर प्रतिबंध नहीं, लेकिन हम विद्यालय में धर्म को प्रोत्साहन नहीं दे सकते ।’ (धार्मिकता और धर्मांधता इसके बीच का भेद न समझने वाले मुख्याध्यापक और शिक्षिका ! तिलक लगाने का आध्यात्मिक लाभ इन दोनों को ज्ञात होता, तो उन्होंने ऐसी भूमिका नहीं निभाई होती ! – संपादक) अभिभावकों ने बताया कि बच्चे विद्यालय जाने से पूर्व मंदिर जाते हैं और वहां तिलक लगाते हैं ।

संपादकीय भूमिका 

विद्यालय में छात्राएं बुर्का पहन कर आती, तो उन्हें मारने का साहस शिक्षिका ने दिखाया होता क्या ? मारा होता तो उसका सिर धड से अलग करने की धमकी मिली होती !