श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) की पाठशाला में छात्राओं द्वारा आंदोलन करते हुए हिजाब न पहनने के निर्णय का विरोध !

शिक्षासचिव द्वारा पाठशाला की प्राचार्या को इस विषय में लिखित उत्तर देने का आदेश

(हिजाब अर्थात मुसलमान महिलाओं का सर तथा गर्दन ढंकने के लिए प्रयोग में लाया जानेवाला वस्त्र )

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – यहां के विश्‍वभारती उच्च माध्यमिक विद्यालय में मुसलमान छात्राओं को अबाया (बुरखा समान वेश) तथा हिजाब पहन कर आने को मना किया गया है । इसलिए इन छात्राओं ने पाठशाला के बाहर आंदोलन आरंभ कर दिया है । इस प्रकरण में शिक्षा सचिव ने पाठशाला की प्राचार्या से इस संदर्भ में विचार करते हुए उत्तर देने को कहा है ।

१. पाठशाला की प्राचार्या मीम रोज ने कहा कि लडकियों द्वारा लगाए आरोप निराधार हैं । उन्होंने कहा कि वे अबाया अथवा हिजाब के विरुद्ध नहीं हैं । छात्राओं द्वारा रंगीन हिजाब तथा अबाया पहन कर पाठशाला में आना उचित नहीं प्रतीत होता; इसलिए उन्हें एक उचित पोशाक चाहिए ।

२. विश्‍वभारती उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना वर्ष १९५१ में हुई है तथा यह कश्मीर घाटी की सबसे पुरानी पाठशाला है । वर्ष १९९० में जिहादी आतंकवादियों ने इस पाठशाला को आग लगाई थी । अब वह ट्रस्ट द्वारा चलाई जाती है । मुख्य न्यासी कश्मीरी हिन्दू हैं; परंतु पाठशाला में पढनेवाले अधिकांश छात्र-छात्राएं तथा प्राचार्या मुसलमान हैं ।