सिग्नल तंत्र में त्रुटि होने से ओडिशा में रेल दुर्घटना की प्रारंभिक जानकारी ! – रेल मंडल

बालासोर (ओडिशा) – रेल मंडल ने यहां पत्रकार वार्ता कर रेल दुर्घटना की विस्तृत जानकारी दी । मंडल अधिकारी जया सिन्हा ने इस संबंध में सूचित किया कि सिग्नल तंत्र में कोई त्रुटि होने के कारण यह दुर्घटना हुई है।

जया सिन्हा ने कहा कि

१. कोरोमंडल एक्सप्रेस संध्या ६:५५ बजे बहांगा स्टेशन पर आ रही थी, जब वह दुर्घटनाग्रस्त हुई । इससे स्टेशन पर खडी मालगाडी एवं वहां से जानेवाली यशवंतपुर एक्सप्रेस भी क्षतिग्रस्त हो गई ।

२. दोनों एक्सप्रेस के लिए मार्ग एवं सिग्नल ‘सेट’ किए गए थे । हरी झंडी थी; अर्थात उनके लिए मार्ग खुला था । गाडी को १३० किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से जाने की अनुमति थी । कोरोमंडल की गति १२८ किमी प्रति घंटा थी, जबकि यशवंतपुर एक्सप्रेस की गति १२६ किमी प्रति घंटा थी । सिग्नल हरा था तथा उन्हें सीधे जाना था । जैसे ही कोरोमंडल एक्सप्रेस को मार्ग खाली मिला, वह आगे बढी, उसी पटरी पर एक मालगाडी खडी थी एवं उसमें जा घुसी । प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सिग्नल बिगडने का कारण ज्ञात नहीं हो पाया है । यह प्रारंभिक जानकारी है, जांच जारी है । पूर्ण जांच विवरण आने तक निश्चित रूप से यह नहीं कहा जा सकता है ।

३. दुर्घटना कोरोमंडल एक्सप्रेस की ही हुई है । ३ गाडियों की टक्कर नहीं हुई । तीनों रेलगाडियां एक ही पटरी पर नहीं आईं । केवल गाडी ही दुर्घटनाग्रस्त हुई । दुर्घटना के उपरांत वह मालगाडी से टकरा गई । मालगाडी लोहे से लदी हुई थी । इससे इस घटना की गंभीरता और बढ गई ।

४. कोरोमंडल एल.एच.बी रेल है । यह सबसे सुरक्षित गाडी है । इस तरह की गाडियां वेगवान होती हैं तथा यदि कोई दुर्घटना हो भी जाती है तो ट्रेन में यात्रियों को ज्यादा चोट नहीं लगती । वर्तमान दुर्घटना गंभीर इसलिए हुई, क्योंकि मालगाडी में लोहा लदा हुआ था । टक्कर में मालगाडी अधिक क्षतिग्रस्त नहीं हुई किंतु कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए । उस समय यशवंतपुर एक्सप्रेस जो १२६ किमी प्रति घंटे की गति से चल रही थी । कुछ ही सेकंड में उसके पीछे के अंतिम २ डिब्बे झटके के कारण गिर गए । घटना इतनी तीव्र थी कि उसमें कुछ लोग घायल हुए एवं अन्य अपने प्राण गवां बैठे ।