ठाणे के बाजार पुलिस थाने में पुलिसकर्मियों की दादागिरी !
ठाणे, १३ मई (वार्ता.) – यहां के पुलिसकर्मियों ने मुसलमानों के भय से दुर्गाडी गढ पर ‘महाराष्ट्र दिवस’ मनाने की अनुमति अस्वीकार कर दी ! इससे पूर्व दुर्गाडी गढ पर शिवजयंती मनाने की अनुमति नहीं दी थी ।
सकल हिन्दू समाज की ओर से महाराष्ट्र दिवस को दुर्गाडी गढ पर छत्रपती शिवाजी महाराज का कार्य तथा दुर्गाडी गढ के इतिहास के विषय में जानकारी दी जानेवाली थी । इस विषय में सकल हिन्दू समाज की ओर से बाजार पुलिस थाने में अनुमति प्राप्त करने हेतु विधिवत पत्र दिया गया था; परंतु कानून तथा सुरक्षा का कारण आगे करते हुए पुलिस ने इस कार्यक्रम के लिए अनुमति अस्वीकार कर दी ।
गढ पर अतिक्रमण न होने हेतु फलक लगाने का भी विरोध !
पुलिस में मुसलमानों का इतना भय है कि नियमानुसार गढ के प्रवेशद्वार पर ‘गढ पर अतिक्रमण न करें’, कानूनन ऐसा फलक लगाने की अनुमति भी पुलिस ने अस्वीकार कर दी है । ‘माळशेज नाणेघाट तथा अन्य वनक्षेत्र एवं पर्यटनस्थल विकास समिति’ के दुर्गाडी किला प्रतिष्ठान तथा कल्याण बंदरगाह प्राधिकरण द्वारा दुर्गाडी गढ पर अतिक्रमण न होने हेतु यह फलक लगाया जानेवाला था । इस फलक पर ‘हिन्दू क्षत्रिय मराठा सातवाहन राजाओं का कल्याण बंदरगाह तथा दुर्गाडी गढ अर्थात शिवभगवान सातवाहन साम्राज्य संरक्षित स्मारक है । यह पूराक्षेत्र दुर्गाडी गढ का है । इस स्थान के स्वामित्व का अधिकार ‘माळशेज नाणेघाट तथा अन्य वनक्षेत्र एवं पर्यटनस्थल विकास समिति’ को है । इस भूमि का कुल क्षेत्रफल ७.०२ एकड है । यदि इस भूमि पर अतिक्रमण किया तो कार्यवाही की जाएगी’, ऐसा लेखन था ।
फलक के लिए नहीं परंतु नमाजपठन के लिए मंडप को अनुमति !
अतिक्रमण न होने हेतु गढ के प्रवेशद्वार पर फलक लगाने की अनुमति अस्वीकार करनेवाले बाजार पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों ने रमजान ईद को दुर्गाडी गढ पर मुसलमानों को मंडप खडा करने की अनुमति दी ।
शिवजयंती का विरोध; परंतु नमाजपठन के लिए अनुमति !
शिवजयंती तथा महाराष्ट्र दिवस मनाने की अनुमति न देनेवाली पुलिस ईद को गढ पर नमाजपठन करने की अनुमति देती है । इस कालावधि में गढ पर दुर्गादेवी के मंदिर में पूजाविधि करने में भी पुलिसकर्मी अडचनें लाते हैं । २२ अप्रैल को रमजान ईद के उपलक्ष्य में भी गढ पर नमाजपठन करने की अनुमति दी । इस प्रकार मुसलमानों को अनुमति देनेवाली पुलिस हिन्दुओं की अनुमति अस्वीकार कर हिन्दुओं के साथ पक्षपात कर रही है ।
पुलिसकर्मियों के महाराष्ट्रद्रोह के विरुद्ध वरिष्ठ अधिकारियों को परिवाद करने की चर्चा !
महाराष्ट्र में रह कर महाराष्ट्र दिवस मनाने की अनुमति न देनेवाली पुलिस के विरुद्ध उनके वरिष्ठ अधिकारी को परिवाद करने के संदर्भ में लोगों में चर्चा चल रही है ।
संपादकीय भूमिकाऐसी पुलिस किसके लिए काम करती है, महाराष्ट्र शासन के लिए अथवा अतिक्रमण करनेवालों के लिए ? |