लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने २२ अप्रैल को एक कार्यक्रम में अपना वक्तव्य देते हुए कहा, ‘‘राज्य में ईद की नमाज पढी जा रही है; परंतु राज्य में कहीं भी रास्ता रोककर नमाज नहीं हो रही । कोई आवागमन नहीं रोका गया, क्योंकि राज्य में कानून का राज है और ये सभी के लिए समान है ।’’ २२ अप्रैल को रमजान की ईद थी । देश में सहस्रो स्थानों पर ईद एवं शुक्रवार की दोपहर को नमाज के समय रास्ता रोककर नमाज पढी जाती है; परंतु २२ अप्रैल को उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं हुआ ।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, राज्य में ३१ सहस्र ८३८ स्थानों पर शांति से ईद की नमाज पढी गई । उचित नियोजन एवं प्रयास के कारण ही कोई अनुचित घटना नहीं हुई ।
‘ईद का दिन, लेकिन कहीं सड़क पर नमाज नहीं हुआ’: CM योगी का साफ़ सन्देश – यहाँ कानून सबके लिए बराबर#Eid #EidUlFitr #Eid2023 #UttarPradesh #YogiAdityanathhttps://t.co/I6YOc8po6m
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) April 22, 2023
उत्तर प्रदेश में प्रत्येक त्योहार, उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है !
इस समय योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, आजमगढ जिले के नाम से ही लोग भयभीत थे । आज वहां द्रुतगति महामार्गों का निर्माण हुआ है । वहां विमानघर एवं विश्वविद्यालय का भी निर्माण हो रहा है । अब किसी को भी आजमगढ से भय नहीं लगता है । भय का रूपांतरण उत्सव में हुआ है । अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जाता है । काशी में देवदीपावली मनाई जाती है । प्रयागराज कुंभ एवं माघ मेलों के लिए पहचाना जाता है । वृंदावन की पहचान रंगोत्सव है । राज्य में अब प्रत्येक त्योहार, उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है ।
संपादकीय भूमिकायदि उत्तर प्रदेश में यह संभव है, तो पूरे देश में क्यों नहीं ? ऐसा करने में अन्य राज्यों को क्या अडचनें हैं ? अथवा सर्वत्र योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री होने पर ही यह साध्य हो सकता है ? |