स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को ‘माफीवीर’ कहना उचित नहीं !

राहुल गांधी की उपस्थिति में विपक्षियों की बैठक में शरद पवार की भूमिका !

नई देहली – स्वतंत्रता वीर सावरकर तथा रा.स्व. संघ में कोई संबंध नहीं है । स्वतंत्रता वीर सावरकर को ‘माफीवीर’ कहना भी उचित नहीं । हमारे सामने अन्य अनेक महत्त्वापूर्ण सूत्र हैं । हमें इन पर चर्चा करनी चाहिए । राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने यहां आयोजित विपक्षियों की बैठक में ऐसी भूमिका प्रस्तुत की । इस बैठक में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी उपस्थित थे । इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं शरद पवार के मत का सम्मान करता हूं ।’ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भी शरद पवार के मत का सम्मान किया । शरद पवार के इस मत से मित्रपक्ष के अनेक सांसदो ने भी सहमति दर्शाई ।

सौजन्य : TV9 Marathi

कांग्रस ने पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के निवास स्थान पर विपक्ष के नेताओं के लिए रात्रिभोज आयोजित किया था । इससे पूर्व यह बैठक संपन्न हुई । राहुल गांधी विपक्षियों की बैठक में सम्मिलित होने की यह पहली घटना है । इस अवसर पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) तथा तृणमूल कांग्रेस के नेता उपस्थित नहीं थे ।

संपादकीय भूमिका

  • इसे ‘देर से सूझी बुद्धिमानी’ कहें अथवा जनता के क्रोध के कारण परिवर्तित भूमिका ?
  • राहुल गांधी स्वतंत्रता वीर सावरकर का अपमान करने को लेकर क्षमा याचना करें, अन्यथा उनके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर उन्हें इस प्रकरण में दंड मिलने हेतु प्रयास होना चाहिए !