यदि चीन ताईवान से युद्ध करता है, तो ताईवान के पक्ष में लडनेवाले अमेरिका के विस्फोटकों का भंडार एक सप्ताह में समाप्त हो जाएगा ! – विवरण से स्पष्टीकरण

वॉशिंग्टन (अमेरिका) – ताईवान को लेकर अमेरिका एवं चीन के मध्य तनाव बढता जा रहा है तथा विशेषज्ञों ने भय व्यक्त किया है कि आगामी समय में उसका रूपांतरण युद्ध में होगा । ‘फोर्ब्स’ के एक विवरण के अनुसार चीन की तुलना में अमेरिका का आक्रमण करने का सामर्थ्य अल्प हुआ है । इसका कारण यह है कि चीन की विस्फोटक बनाने की क्षमता बहुत बढ गई है, जबकि अमेरिका के कारखाने पीछे रह गए हैं । इतना ही नहीं, अपितु चीन ने अब ‘आर.डी.एक्स.’ अथवा ‘एच.एम.एक्स.’ विस्फोटकों की अपेक्षा ४० प्रतिशत अधिक घातक विस्फोटक बनाए हैं । यदि चीन ताईवान से युद्ध करता है, तो ताईवान के पक्ष में लडनेवाले अमेरिका के विस्फोटकों का भंडार एक सप्ताह में समाप्त हो जाएगा, इस विवरण में ऐसा स्पष्टीकरण दिया गया है ।

‘फोर्ब्स’ ने ऐसा भी कहा कि सैनिकी विस्फोटक बनाने के लिए आवश्यक रसायनों के लिए अमेरिका चीन पर आश्रित है । अमेरिका को चीन से न्यूनतम ६ रसायन आयात करने पडते हैं । यदि ताईवान में युद्ध होता है, तो अमेरिका को बडी संख्या में चीनी प्रक्षेपास्त्रों का सामना करना पडेगा । चीन के अनेक प्रक्षेपास्त्रों की शक्ति अमेरिका से अधिक है । इसका कारण यह है कि चीन ने नए प्रकार के विस्फोटक विकसित किए हैं ।