ग्रीष्म काल की पृष्ठभूमि पर राज्यों के लिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सूचनाएं प्रसारित !

  • देश में पहली बार ही प्रसारित हुईं इस प्रकार की सूचनाएं !

  • चिकित्सालयों को ग्रीष्म काल के कारण होनेवाली बीमारियों के लिए औषधियों का संग्रह कर रखने की सूचना !

यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण

नई देहली – केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेशों को ग्रीष्म काल की पृष्ठभूमि पर सूचनाएं प्रसारित की हैं । देश में पहली बार ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी सूचनाएं प्रसारित की हैं ।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने राज्यों के सभी मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में कहा है कि देश के कुछ स्थानों का तापमान बढने लगा है । सरकार ‘राष्ट्रीय वातावरण परिवर्तन अभियान के’ अंतर्गत इस संदर्भ में जानकारी एकत्रित कर रही है । इसलिए राज्यों को यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजनी चाहिए । १ मार्च २०२३ से ग्रीष्म काल के कारण होनेवाली बीमारियां तथा उष्माघात आदि के कारण होनेवाली मृत्यु का पंजीकरण करना चाहिए । चिकित्सालयों को भी ग्रीष्म काल के कारण होनेवाली बीमारियों के लिए औषधियों का संग्रह कर रखना चाहिए । सरकारों को चाहिए कि वे नागरिकों को ग्रीष्म काल के संदर्भ में सूचना दें । इसमें दोपहर १२ से ३ की कालावधि में घर के बाहर आवश्यकता रहने पर ही जाने को कहें । इसके साथ १०२ तथा १०८ दो हेल्पलाईन क्रमांक प्रसारित किए गए हैं । आपात्कालीन परिस्थिति में जनता के लिए इन क्रमांकों पर संपर्क कर सहायता मांगना संभव होगा ।