कोहिनूर हीरा अंग्रेजों के काले क्रूर औपनिवेशिक इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है !

ब्रिटेन के एक चर्चासत्र में भारतीय वंश की महिला पत्रकार नरिंदर कौर ने किया कडा विरोध !

लंदन (इंग्लैंड) – स्वतंत्रता के उपरांत अनेक बार हीरा ब्रिटेन से भारत वापिस लाने की मांग हुई है । अब यह सूत्र पुन: एकबार चर्चा में आया है । ब्रिटेन के राजा चार्ल्स के राज्याभिषेक के समय उनकी पत्नी और रानी कैमिला ने रानी एलिजाबेथ का कोहिनूर जडा मुकुट नहीं पहनने का निर्णय लिया था । इसपर आयोजित एक प्रसिद्ध टी.वी. शो में इस सूत्र पर चर्चा हुई । इस समय लेखिका एवं निवेदक एम्मा वेब तथा भारतीय वंश की पत्रकार नरिंदर कौर में शाब्दिक तक्रार हुई । चर्चा के समय एम्मा वेब ने कहा कि, हीरे के स्वामित्व के बारे में विवाद हो सकता है । उत्तर में नरिंदर कौर ने उन्हें इतिहास का पाठ पढने की सलाह दी ।

१. एम्मा वेब ने कहा कि, उस समय लाहोर पर सिख साम्राज्य ही राज्य करता था । तो क्या पाकिस्तान भी कोहिनूर हीरे पर दावा करेगा ? सिख साम्राज्य ने कोहिनूर हीरा इरानी साम्राज्य से चुराया था तथा इरानी साम्राज्य ने मुगल शासकों पर आक्रमण करके इसे छीना था । इसलिए कोहिनूर हीरे के स्वामित्व पर विवाद आरंभ है ।

२. इसपर कौर ने कहा कि, ‘तुम्हें इतिहास पता नहीं है । यह हीरा औपनिवेश काल तथा रक्तपात को दर्शाता है । यह कोहिनूर हीरा भारत को वापस दे देना चाहिए !’

३. इसके उपरांत कौर ने कहा कोहिनूर हीरा भारत की मिट्टी में मिला था । यह हीरा अंग्रेजों की काली क्रूर औपनिवेशिक इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है । औपिनवेश काल में मिला यह हीरा रखने का उसे अधिकार नहीं है !

संपादकीय भूमिका

पत्रकार नरिंदर कौर कोहीनूर हीरे के संदर्भ में रखी अपनी स्पष्ट भूमिका के लिए अभिनंदन की पात्र हैं । आर्थिक दृष्टि से ब्रिटेन को पीछे छोडनेवाले भारत को अब कोहिनूर हीरा लौटाने के लिए ब्रिटेन को विवश करना चाहिए ।