‘समान नागरिक कानून संविधान विरोधी होगा !’

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का दावा !

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – समान नागरिक कानून दलित और आदिवासियों की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को हानि पहुंचाएगा । भारतीय संविधान में सभी धर्मवालों को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता दी गई हैै । सरकार सामान्य नागरिकों की स्वतंत्रता पर आघात न करे । समान नागरिक कानून संविधान विरोधी होगा, ऐसा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने उसके यहां हुई कार्यकारिणी की बैठक में कहा है । बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी के नेतृत्व में यह बैठक आयोजित की गई थी । इस बैठक में एम.आई.एम. के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी सहभागी हुए थे । बैठक में यह भी कहा गया है कि, ‘धार्मिक पूजास्थल कानून रद्द किया तो देश में अराजकता निर्माण होगी ।

बोर्ड ने कहा कि, देश में घृणा का विष फैलाया जा रहा है और इसे राजनीतिक हथियार बनाया जा रहा है । यह हानिकारक है और इस कारण देश का बंधुभाव नष्ट होगा । इससे देश की हानि होगी । यदि यह आग ज्वालामुखी बनी, तो संस्कृति, प्रगति, नैतिकता सभी कुछ नष्ट हो जाएगा ।

संपादकीय भूमिका

कोई भी मुसलमान अथवा उनका संगठन कभी भी समान नागरिक कानून का समर्थन नहीं करेगा; कारण वर्तमान में उन्हें मिलने वाली सभी सुविधाएं इस कानून के आने से समाप्त हो जाएंगी, यह स्पष्ट है !