‘श्रीरामचरितमानस’पर प्रतिबंध लगाने की मांग का प्रकरण
प्रयागराज (उत्तरप्रदेश) – समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ‘श्रीरामचरितमानस’पर प्रतिबंध लगाने की मांग के उपरांत उनका विरोध हो रहा था । ऐसे में भी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका बचाव करते हुए उन्हें पार्टी का प्रधान सचिव बनाया । इसकारण साधु-संत खिन्न हो गए हैं । यहां के माघ मेले में सम्मिलित हुए साधु-संतों ने घोषित किया है कि ‘हम अपने मठ-मंदिरों में समाजवादी पार्टी के नेताओं को प्रवेश नहीं देंगे’, ऐसी घोषणा की है ।
#SamajwadiParty पर बुरी तरह से भड़के हुए हैं प्रयागराज के माघ मेले में आए संत, कहा: अब सपा नेताओं को मठ-मंदिर में जाने से रोकेंगे हम। एक संत ने कहा: लोकसभा चुनाव में सपा का बहिष्कार करेंगे। सपा द्वारा #SwamiPrasadMaurya को राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने से नाराज़ हैं ये संत। pic.twitter.com/S7BsKlSI4E
— UP Tak (@UPTakOfficial) January 31, 2023
समाजवादी पक्ष के पतन का समय आ गया है ! – संत शिवयोगी मौनी बाबा महाराज
संत शिवयोगी मौनी बाबा महाराज बोले, ‘‘समाजवादी पार्टी का समय आ गया है । संत समाज ने तय किया है कि लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी पर बहिष्कर डालने के विषय में वर्तमान में चल रहे माघ मेले के श्रद्धालुओं को बताया जाएगा । जो राम का नहीं, वह किसी काम का नहीं । यदि कोई हिन्दुओं के धर्मग्रंथ, भारतमाता एवं राष्ट्रगीत का अनादर करे और उसकी पदोन्नति हो, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे ।’’