(कहते हैं) ‘हिन्दू राष्ट्र बनानेवाले ऐसे न जाने कितने आए और गए !’

पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री के हिन्दू राष्ट्र के वक्तव्य पर मौलाना तौकीर रजा की तिलमिलाहट !

मौलाना तौकीर रजा

बरेली (उत्तर प्रदेश) – यहां के मौलाना तौकीर रजा ने यह वक्तव्य दिया है कि हिन्दू राष्ट्र बनानेवाले ऐसे न जाने कितने आए और गए । हमारे देश को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता । इस देश का विभाजन हुआ; परंतु हिन्दू राष्ट्र नहीं बन सकता । यह श्रद्धा का देश है । हमारा देश फूलों का गुच्छा है, जिसमें अनेक रंगों के फूल हैं । पंडित धीरेंद्र शास्त्री के भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के वक्तव्य पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ऐसा कहा है ।

१. इस अवसर पर मौलाना रजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘आज का भगवान’ कहा । इसके साथ ही उन्होंने ‘मोहम्मद अली जीना मुसलमान नहीं थे; परंतु उन्होंने मुसलमान बनकर भारत का विभाजन किया’, यह भी दावा किया ।

२. मौलाना रजा ने आगे किहा कि किसी मुसलमान ने गांधी की हत्या नहीं की है, अपितु वह गोडसे ने की । गांधी हत्या संघ का षड्यंत्र था । इसके पीछे संघ की यह योजना थी कि गांधी की हत्या करने से लोगों को ऐसा लगेगा कि गांधी की हत्या मुसलमान ने की है तथा उससे मुसलमानों का संहार होगा; परंतु मुसलमानों ने संघ की योजना विफल की ।

३. मौलाना रजा ने समाजवादी दल के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की ‘रामचरितमानस’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग का भी समर्थन किया । इस पर उसने कहा कि ‘रामचरितमानस’में जो लिखा है, उसी प्रकार से आज घटित हो रहा है । आज के समय में शूद्र एवं गंवार आदि को पीटा जा रहा है तथा लडकियों का अपहरण हो रहा है । उनका अनादर हो रहा है ।

४. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री धर्मांतरित हिन्दुओं को पुनः हिन्दू धर्म में लाने का कार्य कर रहे हैं । इस पर मौलाना रजा ने कहा कि उन्हें लोकप्रिय होना है, उसके कारण ही वे इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं । उनके प्राणों पर कोई भी संकट नहीं है ।

संपादकीय भूमिका

  • मुसलमानों को हिन्दुओं की मानसिकता ज्ञात होने से ही वे ऐसे वक्तव्य देने का साहस दिखाते हैं । हिन्दुओं को अपनी इस मानसिकता में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है; इसलिए हिन्दुओं को रजा के इस वक्तव्य को ध्यान में रखकर हिन्दू राष्ट्र बनाकर ही दिखाना चाहिए !
  • केवल भारत के ही नहीं, अपितु विश्व के अनेक मुसलमान देशों को ‘भारत इस्लामी देश बने’, ऐसा लगता है तथा वे उसके लिए परदे के पीछे से सभी प्रकार की सहायता भी करते हैं; इसे ध्यान में लेते हुए हिन्दुओं को ऐसे लोगों के मनसुबों को तोडकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी चाहिए !