भाग्यनगर के रा. स्व. संघ के स्वयंसेवकों की हत्या करने हेतु उकसाने वाला कलीमुद्दीन को बंदी बनाया गया

विधायक असदुद्दीन ओवैसी एवं भाजपा के निलंबित विधायक टी. राजा

भाग्यनगर (तेलंगना) – यहां के गोशामहल मतदातासंघ के भाजपा के निलंबित विधायक टी. राजा सिंह पैगंबर के संदर्भ में कथित अनादर के कारण यहां का अभी भी तनाव है । मुसलमानों द्वारा स्थान-स्थान पर प्रदर्शन किए जा रहे हैं । इसी आंदोलन के समय २४ अगस्त को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों की हत्या करने के लिए उकसानेवाले कलीमुद्दीन को पुलिस ने बंदी बनाया है । कलीमुद्दीन का एक वीडिओ सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित किया जा रहा है । उसमें वह कहता है, ‘काट दीजिए सालों को’ तथा उसे समर्थन देनेवाला गुट कहता है, ‘रा. स्व. संघवालों को ।’

असदुद्दीन ओवैसी के दबाव के कारण पुलिस ने हिंसा करनेवाले ८० धर्मांधों को मुक्त किया !

शहर में मुसलमानों द्वारा टी. राजा सिंह के विरुद्ध आंदोलन चल रहा था, उस समय कुछ स्थानों पर हिंसा भी की गई । साथ ही सिर काटने की घोषणाएं भी की गई हैं । इस संदर्भ में पुलिसकर्मियों ने ९० धर्मांधों को बंदी बनाया था । तत्पश्चात यहां के विधायक असदुद्दीन ओवैसी द्वारा पुलिसकर्मियों पर दबाव डालने के कारण इन सभी धर्मांधो को छोड दिया गया । इस संदर्भ में एक वीडियो भी प्रसारित किया गया है । उसमें इन ९० धर्माधों में से एक धर्मांध भ्रमणभाष पर ओवैसी के साथ रात्रि के समय संभाषण कर रहा है । उस वीडियो में ओवैसी ने उनको छोडने के प्रयास किए, इस संदर्भ में वह उनका आभार व्यक्त करते हुए दिखाई दे रहा है । साथ ही यह भी दिखाई दे रहा है कि ओवैसी भी इस बात से सहमत है ।

संपादकीय भूमिका

  • भारत के तथाकथित असुरक्षित मुसलमान ! इस विषय में अब पुरो (अधो) गामी तथा निधर्मीवादी अपना मुंह नहीं खोलेंगे !
  • तेलंगाना में ‘तेलंगाना राष्ट्र समिति’ का शासन है अथवा एम.आइ.एम.का ? हिन्दू तथा उनके संगठनों को हिंसा करनेवालों को छोडनेवाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करने की मांग करनी चाहिए !