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गया (बिहार) – यहां के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में अहिन्दुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है, किन्तु राज्य के सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सीधे मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर गए। हिन्दुओं ने इसका कड़ा विरोध किया है और नीतीश कुमार पर हिन्दुओं की आस्था को कुचलने का आरोप लगाया जा रहा है । इसराइल के प्रवेश से पूरे मंदिर को गंगाजल से पवित्र किया गया।
जब शासक नास्तिक और हिंदू विरोधी हो जाएगा तो बिहार में धर्म की रक्षा कैसे होगी?
एक मुसलमान के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले नीतीश कुमार ने जानबूझकर मंदिर की पवित्रता को भंग किया है और सनातन का अपमान किया है। pic.twitter.com/ezj281VOs6— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) August 23, 2022
१. जब नीतीश कुमार गया जिले को भेंट दे रहे थे, तब वह पूजा करने हेतु विष्णुपद मंदिर गए । राज्य मंत्री इजरायल जो उनके साथ थे, उन्होंने भी मंदिर में प्रवेश किया, यद्यपि मंदिर के बाहर लगे सूचना पट पर स्पष्ट उल्लेख था कि ‘अहिन्दुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं है’। राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुहानी, जो उस समय उनके संग थे, यह नियम ज्ञात होने के कारण वे मंदिर के बाहर ही रुके थे।
२. इसके उपरांत इसराइल ने सामाजिक माध्यमों से बात करते हुए कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने का अवसर मिला । इस घटना से हिन्दुओं में आक्रोश है और उन्होंने नीतीश कुमार की आलोचना की है। एक हिन्दू ने कहा कि नीतीश कुमार जामा मस्जिद जाकर हवन कर के दिखाएं ।
मंदिर की सहस्त्रों वर्ष पुरानी परंपरा भंग की गई ! – मंदिर समितिइस घटना के उजागर होते ही मंदिर समिति एवं पुजारियों ने भी तीव्र प्रतिक्रिया दी। मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिट्ठल ने भगवान विष्णु से क्षमायाचा की एवं गर्भगृह तथा मंदिर को गंगाजल से शुद्ध किया। बिट्ठल ने कहा कि मुसलमानों के प्रवेश से मंदिर की सैकडों वर्ष पुरानी परंपरा खंडित हुई है। हमें विदित ही नहीं था कि मुख्यमंत्री के साथ कौन-कौन आने वाला है। इस कारण से मैं न केवल भगवान से बल्कि पूरे हिन्दू समाज से क्षमायाचना करता हूं। इस घटना से हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। |
संपादकीय भूमिका
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