५३ प्रतिशत मंत्रियों पर गंभीर अपराध !
नई देहली -‘असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (ए.डी.आर.) संगठन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बिहार के राष्ट्रीय जनता दल एवं संयुक्त जनता दल की नई गठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में ७२ प्रतिशत मंत्रियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट हैं । मुख्यमंत्री नितीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के विरुद्ध भी अपराध प्रविष्ट हैं ।
१. ‘ए. डी.आर.’ और ‘बिहार इलेक्शन वॉच’ ने मुख्यमंत्री सहित ३३ में से ३२ मंत्रियों के वर्ष २०२० के विधानसभा चुनाव में दिए प्रतिज्ञापत्र की जानकारी का विश्लेषण किया है ।
२. ‘ए. डी.आर.’ ब्योरे के अनुसार २३ मंत्रियों के विरुद्ध (७२ प्रतिशत) अपराधों के प्रकरण प्रविष्ट हैं । इसमें से १७ मंत्रियों के विरुद्ध (५३ प्रतिशत) गंभीर अपराध हैं । २७ मंत्री (८४ प्रतिशत) करोडपति हैं ।
बिहार के विधिमंत्री कार्तिकेय सिंह पर भी अपराध प्रविष्ट !
बिहार के विधिमंत्री कार्तिकेय सिंह पर भी अनेक अपराध प्रविष्ट हैं । विशेष बात यह है कि उन्हें १६ अगस्त को अपहरण के प्रकरण में न्यायालय में उपस्थित रहने का वारंट निकाला गया था । इसी दिन उन्होंने मंत्रीपद की शपथ ली । कार्तिकेय सिंह लालुप्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल के विधान परिषद विधायक हैं । वे पूर्व में अध्यापक थे ।
कार्तिकेय सिंह ने स्वयं पर लगे आरोप के विषय में बताया कि, ‘मुझ पर लगे सभी आरोप असत्य हैं । चुनाव प्रतिज्ञापत्र में चुनाव आयोग को इस संदर्भ में संपूर्ण जानकरी दी है । आरोप होना और वे सिद्ध होना, इसमें अंतर है । अब तक कुछ भी सिद्ध नहीं हुआ है । बिहार में जंगलराज नहीं आया है ।
संपादकीय भूमिकादेश में अब लोकप्रतिनिधि – मंत्रियों पर अपराध प्रविष्ट होना ही उनकी पात्रता समझी जाने लगी है और जनता भी ऐसे लोगों का चयन कर रही है । यह भारतीय लोकतंत्र के लिए धोकादायक है, यह समझ लें ! |