शिवमोग्गा (कर्नाटक) यहां स्वतंत्रतावीर सावरकरजी का फलक हटाकर टीपू सुलतान का फलक लगाने से विवाद !

  • धर्मांधों ने दो हिन्दू युवकों पर चाकू से प्राणघातक आक्रमण किया !

  • शिवमोग्गा में संचारबंदी लागू !


शिवमोग्गा (कर्नाटक) – यहां स्वतंत्रता दिवस अथार्त १५ अगस्त को स्वतंत्रतावीर सावरकरजी का फलक लगाया गया था, जिसे निकालकर वहां टीपू सुलतान के चित्र वाला फलक लगाने से हुए विवाद में धर्मांधों ने दो हिन्दू युवकों पर चाकू से आक्रमण किया । तदुपरांत धर्मांध पलायन कर गए । इसमें प्रेम सिंह (आयु २० वर्ष) एवं प्रवीण (आयु २७ वर्ष) गंभीर रूप से घायल हुए हैं । इस घटना के उपरांत पुलिस ने नगर में संचारबंदी लागू की है । इस प्रकरण में ४ लोगों को बंदी बनाया गया है । इनमें से एक को पकडने का प्रयास किया, तभी उसने पुलिसकर्मियों पर आक्रमण करने का प्रयास किया । उस समय पुलिस ने उसके पांव पर गोली चलाई, जिसमें वह घायल हो गया । बंदी बनाए गए धर्मांधों में से दो व्यक्तियों को पहचाना गया है, उनके नाम नदीम (आयु २५ वर्ष) एवं अब्दुल रहमान (आयु २५ वर्ष) हैं । इस घटना के उपरांत कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्माई ने गृहमंत्री अरगा ज्ञानेंद्र को घटनास्थल पर जाकर परिस्थिति नियंत्रित करने के निर्देश दिए ।

१. नगर में स्थित अमीर अहमद सर्कल के पास हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने स्वतंत्रतावीर सावरकरजी का फलक लगाया था । कुछ समय पश्चात कुछ धर्मांध युवक वहां टीपू सुलतान का फलक लेकर पहुंचे । इन युवकों ने सावरकरजी का फलक निकालने का प्रयास किया । तभी हिन्दू और धर्मांध युवकों में जोरदार विवाद हुआ । घटनास्थल पर उपस्थित पुलिसकर्मियों ने प्रथम लाठी का उपयोग कर परिस्थिति नियंत्रित की, पश्चात प्रत्येक चौक पर लगे सावरकरजी के फलक हटा लिए गए ।

२. सावरकरजी के फलक हटाने के निषेधार्थ हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मार्ग में बैठकर आंदोलन आरंभ किया । परिसर में तनाव की पार्श्वभूमि पर पुलिसकर्मियों ने शिवमोग्गा नगर में धारा १४४ (संचारबंदी) तुरंत लागू कर परिसर में बडी मात्रा में पुलिस दल नियुक्त किए । इसके साथ मंगलुरू के सुरतकल क्रासरोड को सावरकरजी का नाम देनेवाले फलक भी पुलिस ने हटा दिए हैं । तदुपरांत कुछ दूरी पर धर्मांधों ने प्रेम सिंह एवं प्रवीण पर आक्रमण किया ।

यदि हिन्दू जागृत हो गए, तो दुबारा ऐसी घटना नहीं होगी ! – भाजपा के स्थानीय विधायक ईश्वरप्पा

‘दुकान बंद करते समय एक हिन्दू युवक पर इन लोगों ने (धर्मांधों ने) चाकू से वार किया । इस कारण शिवमोग्गा के नागरिकों में असंतोष है । प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवमोग्गा के भाजपा के विधायक एवं भूतपूर्व मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा कि अपने समाज के ज्येष्ठ लोगों को आवाहन करता हूं कि आपके युवक राष्ट्रद्रोही काम कर रहे हैं । इस पर आपको उन्हें डांटना चाहिए, अन्यथा हिन्दू समाज एवं पुलिस दल को ज्ञात है कि उनको कैसे पाठ पढाना है । यदि प्रसंग का निर्माण हुआ, तो हम सिखाएंगे । यदि हिन्दू समाज जागृत हो गया, तो राष्ट्र के विरुद्ध षड्यंत्र नहीं होंगे । प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदीजी ने कहा है कि सभी लोग शांति से रहें । हिन्दू एवं मुसलमानों को शांति से रहना होगा एवं हम उसका पालन कर रहे हैं; परंतु गुंडागिरी कौन कर रहा है ? उन लोगों के साथ क्या करना चाहिए, वह पुलिस करेगी ।

संपादकीय भूमिका

  • राज्य में गत कुछ माह से हिन्दुओं पर निरंतर आक्रमण हो रहे हैं । गत २ दिनों से यहां स्वतंत्रतावीर सावरकरजी एवं टीपू सुलतान के फलकों से विवाद आरंभ हुआ है, उस समय पुलिस को इसकी ओर अधिक गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता थी । यदि ऐसा किया होता, तो हिन्दुओं पर आक्रमण न हुआ होता । हिन्दुओं को लगता है कि राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए भी इस प्रकार की असावधानी नहीं बरतनी चाहिए !
  • कर्नाटक में टीपू सुलतान के वंशजों को नियंत्रण में रखने के लिए सरकार को कडे कदम उठाने चाहिए !