‘भजन गाना शरीयत के विरुद्ध !’

भगवान शिव का भजन गाने से मुसलमान गायिका पर देवबंद के उलेमा द्वारा आलोचना


(उलेमा का अर्थ ‘इस्लाम के धार्मिक नियमों का पालन होता है या नहीं ?’ इसका ध्यान रखनेवाला)


मुजफ्फरनगर (उत्तरप्रदेश) – ‘यू-ट्यूब’ की गायिका फरमानी नाज ने कावड यात्रा के लिए भगवान शिव का ‘हर हर शंभू’ यह भजन गाने से देवबंद के उलेमा ने आलोचना करते हुए कहा कि यह शरीयत के विरुद्ध है । उलेमा ने कहा कि इस्लाम में किसी भी प्रकार का गीत गाना अयोग्य एवं इस्लाम के विरुद्ध है । इसलिए फरमानी को ऐसी बातों का त्याग करना चाहिए ।

कलाकार का कोई धर्म नहीं होता ! – फरमानी नाझ

इस पर फरमानी ने कहा, ‘‘मैं एक कलाकार हूं, इसलिए मुझे प्रत्येक प्रकार के गीत गाने पडते हैं । कलाकार का कोई धर्म नहीं होता । मैं कव्वाली तथा भक्तिगीत, दोनों ही आत्मीयता से गाती हूं । इसके लिए मैं उलेमा अथवा अन्य किसी की भी चिंता नहीं करती । कोई भी कलाकार हिन्दू अथवा मुसलमान देखकर कला का प्रस्तुतीकरण नहीं करता ।