पत्राचाळ (जहां अनेक लोगों के छोटे छोटे घर समीपवर्ती होते हैं, ऐसा स्थान) आर्थिक घोटाले का प्रकरण
मुंबई – गोरेगाव की पत्राचाळ में आर्थिक घोटाले के प्रकरण में शिवसेना के सांसद संजय राऊत को प्रवर्तन निदेशालय के विशेष न्यायालय ने ४ अगस्त तक बंदी सुनाई है । ‘पत्राचाळ आर्थिक घोटाले के मुख्य सूत्रधार संजय राऊत ही थे’, ऐसा आरोप लगाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राऊत के लिए ८ दिनों की पुलिस सहायता मांगी थी ।
न्यायालय में संजय राऊत का पक्ष रखने वाले अधिवक्ता अशोक मृंदरगी ने कहा, ‘‘संजय राऊत को राजनीतिक कारणों से बंदी बनाया गया है । इस प्रकरण के प्रमुख आरोपी प्रवीण राऊत को बंदी बनाए जाने के अनेक माह के पश्चात भी इतने दिन कार्यवाही क्यों नहीं की गई ? वर्षा राऊत को मिले पैसे सीधे उनके खाते में जमा हुए हैं । घोटाले से पैसा आया होता, तो अधिकोष उसे न लेता । उन्होंने घर और भूमि खरीदने के लिए दिए पैसे कानूनी मार्ग से कमाए थे । संजय राऊत द्वारा जांच में सहायता न करने का आरोप झूठा है । जांच के लिए बुलाया, तब वे यथाशीघ्र उपस्थित हुए। संजय राऊत के पास आया सभी पैसा वैधानिक मार्ग से आया है ।’’
#RautArrested | MASSIVE: Sanjay Raut sent to ED custody till August 4 in Patra Chawl Land Scam case https://t.co/4QdMLnaAcf
— Republic (@republic) August 1, 2022
प्रवर्तन निदेशालय के अधिवक्ता हितेन वेणेगावकर ने न्यायालय में पक्ष रखते हुए कहा, ‘‘पत्राचाळ आर्थिक घोटाले में संजय राऊत के परिवार का आर्थिक लाभ हुआ है । पत्राचाळ घोटाला प्रकरण में प्रवीण राऊत केवल नाम के लिए थे । प्रत्यक्ष में सभी लेन-देन संजय राऊत ने ही किया है । संजय राऊत ने साक्षीदारों को धमकाया था कि उन्हें छोडा गया, तो वे इस प्रकार के कुछ कार्य कर सकते हैं।’’