बांगलादेशी हिन्दुओं पर आक्रमणों के विराध में हिन्दुओं का शांतिपूर्ण पद्धति से देशव्यापी प्रदर्शन !

हमें कब तक हिंसा सहन करनी चाहिए ? – असहाय बांगलादेशी हिन्दुओं का प्रश्न

हिन्दुओं पर नियमित आक्रमण होने के विरोध में बांगलादेश के अनेक संगठनों ने देशव्यापी प्रदर्शन किए और फेरियां निकालीं

ढाका – बांगलादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर नियमित आक्रमण होने के विरोध में वहां के अनेक संगठनों ने देशव्यापी प्रदर्शन किए और फेरियां निकालीं । शांतिपूर्ण रूप से आयोजित इन आंदोलनों में हिन्दू बडी संख्या में सहभागी हुए थे । इसी के एक भाग के रुप में चटगांव में भी एक बडी फेरी निकाली गई । हिन्दुओं पर आक्रमण, हिन्दू शिक्षकों की हत्या और हिन्दू महिलाओं का बलात्कार के विरोध में आवाज उठाई गई ।

सौजन्य : Hindustan Times

इसके पहले बांगलादेश के गृहमंत्री असदुज्जमा खान ने कहा कि, मेरी सरकार धार्मिक सौहार्द्र बिगाडने वाले लोगों के विरोध में कठोर कार्यवाही करने के लिए कटिबद्ध है । (‘हवा में महल बनाने का एक उदाहरण’, यही यह मामला ! – संपादक) बांगलादेश राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी गृह मंत्रालय को आक्रमणों की जांच कर हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने में दायित्वहीन भूमिका निभाने वालों के विरोध में कार्यवाही करने का आदेश दिया ।

संपादकीय भूमिका

  • भारतीय मुसलमानों पर कथित रुप से अत्याचार होने पर धर्मांध मुसलमान देशभर में हिंसात्मक कार्यवाही करते हैं, तो बांगलादेश में हिन्दुओं पर नियमित आक्रमण होने पर भी वहां के हिन्दू शांतिपूर्ण आंदोलन करते हैं, यह ध्यान में लें !
  • बांगलादेशी हिन्दुओं पर अत्याचारों के विरोध में एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी अथवा आधुनिकतावादी मुंह नहीं खोलते, यह जान लें !