नई देहली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ११ जुलाई को नई संसद भवन पर लगाए गए अशोक स्तंभ का अनावरण किया । उस पर सिंहों की रचना में परिवर्तन किए जाने का आरोप विरोधी पक्षों द्वारा किया जा रहा है । उनका कहना है कि अशोक स्तंभ के सिंहों को क्रूर एवं आक्रमक बनाया गया है । इसलिए सिहों के मुख खुले दिखाए गए हैं, जबकि सारनाथ संग्रहालय में रखे गए मूल अशोक स्तंभ में सिंहों का मुख खुला है ।
This morning, I had the honour of unveiling the National Emblem cast on the roof of the new Parliament. pic.twitter.com/T49dOLRRg1
— Narendra Modi (@narendramodi) July 11, 2022
अशोक स्तंभ तैयार करने की प्रक्रिया में सम्मिलित सुनील देवरे ने कहा कि हमने किसी के कहने पर कोई परिवर्तन नहीं किया । सारनाथ में संग्रहित रखे स्तंभ समान ही इसे बनाया गया है । मूल शिल्प एवं प्रतिकृति में दिखाई देनेवाला भेद केवल आकार एवं विशिष्ट कोण से निकाले गए छायाचित्रों के कारण लग रहा है । अन्य कोई भी कारण नहीं है । यदि सारनाथ के मूल शिल्प देखेंगे, यथावत अर्थात ज्यों का त्यों नई संसद पर लगाई प्रतिकृति समान ही दिखाई देंगे ।