सनातन प्रभात > Post Type > सुविचार > सर्वधर्म समभाव कहनेवालों का ढकोसला ! सर्वधर्म समभाव कहनेवालों का ढकोसला ! 05 Jan 2025 | 10:41 AMJanuary 5, 2025 Share this on :TwitterFacebookWhatsapp सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी जिन्होंने सर्व धर्मों का अध्ययन तो क्या वाचन भी नहीं किया, वही सर्वधर्म समभाव कहते हैं ।’ ✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक Share this on :TwitterFacebookWhatsapp नूतन लेख अपराध रोकने के लिए साधना अपरिहार्य है !यज्ञ का विरोध करनेवालों, यह समझ लो !इसीलिए मंदिरों का सरकारीकरण नहीं होना चाहिए !सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचारआयुर्वेद के विषय में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के तेजस्वी विचार !कर्नाटक के श्री. सांतप्पा गौडा, श्रीमती कमलम्मा एवं श्रीमती शशिकला किणी संतपद पर विराजमान !