अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने १५,००० लोगों के साथ किया योग !

नई दिल्ली – भारत समेत पूर्ण विश्व में २१ जून को ८वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया । प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक के मैसूर पैलेस मैदान पर योग दिवस मनाने गए थे । उन्होंने लगभग १५,००० लोगों के संग योगाभ्यास किया । इस समय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग दिवस अब एक वैश्विक त्योहार बन गया है । योग जीवन का अभिन्न अंग नहीं; बल्कि जीवन जीने की शैली बन गया है ।

प्रत्येक वर्ष २१ जून को योग दिवस का विषय निश्चित किया जाता है । इस वर्ष का विषय ‘मानवता के लिए योग’ था । आयुष मंत्रालय के अनुसार यह विषय चुनने का कारण है, उन लोगों को सहायता पहुंचाना जो कोरोना के कारण शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं । गत वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ था ।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रस्तुत सूत्र !

१. आज योग मानवजाति को स्वस्थ जीवन जीने का आत्मविश्वास दे रहा है ।

२. योग के चित्र जो कुछ वर्ष पूर्व केवल आध्यात्मिक केन्द्रों में दिखते थे, वे अब विश्वभर में अनेक स्थानों में दिखाई देने लगे हैं ।

३. योग हमें शांति देता है । यदि इसे अंगीकार कर लिया जाए तो देश और विश्व में शांति स्थापित हो सकती है । यह हमारी सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है ।

४. आप कितने भी तनाव में क्यों न हों, योग के कुछ पल आपकी सकारात्मकता और उत्पादकता में वृद्धि करते हैं । हमें भी योग साध्य करना है ।

हिमाच्छादित चोटियों में सैनिकों ने किए सूर्यनमस्कार !

लद्दाख से लेकर छत्तीसगढ और असम के गुवाहाटी से लेकर सिक्किम तक भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आय.टी.बी.पी.) के जवानों ने भी योगाभ्यास किया । उन्होंने हिमाचल प्रदेश में १६,००० फुट और लद्दाख में १७,००० फुट की ऊंचाई पर सूर्यनमस्कार किया ।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसे मनाया गया योग दिवस !

  • योग दिवस की पूर्व संध्या पर संयुक्त राज्य अमेरिका में नियाग्रा फॉल्स के पास एक योग कार्यक्रम आयोजित किया गया था । इसमें बडी संख्या में भारतीय और अमेरिकी नागरिकों ने भाग लिया ।
  • पाकिस्तान के लाहौर में मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का पहनकर किया योगाभ्यास ।
  • नेपाल की राजधानी काठमांडू में योग दिवस की पूर्व संध्या पर धरहरा टॉवर प्रकाशित किया गया ।

२१ जून ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस क्यों है ?

२१ जून को योग दिवस मनाने का मुख्य कारण यह है कि यह उत्तरी गोलार्ध का सबसे बड़ा दिन है । इसे ‘ग्रीष्म संक्रांति’ भी कहा जाता है । भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के उपरांत सूर्य दक्षिण की ओर मुड जाता है और इस दिन योग करने से लोग चिरायु होते हैं । इसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष २१ जून को योग दिवस मनाया जाता है ।