हिन्दू धर्म की शिक्षा देने की आवश्यकता होने का प्रतिपादन !
तिरूवनंतपुरम् (केरल) – केरल राज्य के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने कहा कि ‘‘भारत में उचित शिक्षा का प्रसार कर भारत की प्राचीन संस्कृति और सनातन धर्म के सिद्धांतों को पुनर्जीवित करना आवश्यक है । इस दिशा में जाने का अर्थ पीछे जाना नहीं है, अपितु सनातन सिद्धांतों को पुनर्प्रस्थापित करना हैं । यह बात शिक्षा के बिना संभव नहीं है ।’’ वे उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक निजी पाठशाला के उद्घाटन के समय बोल रहे थे ।
Need to revive India’s ancient culture, restore principles of ‘Sanatan Dharma’: Kerala Governor Arif Mohammad Khan https://t.co/RiQSukmSqF
— OpIndia.com (@OpIndia_com) May 8, 2022
खान ने आगे कहा…..
१. स्वामी विवेकानंदजी ने कहा था कि ‘‘मानव जीवन का उद्देश्य ज्ञानप्राप्ति करना है और विनम्रता ज्ञान का परिणाम है । जिस व्यक्ति में नम्रता होती है, उसे कोई भी नीचा नहीं दिखा सकता ।’’
२. ‘‘भारत विविध समुदायों का समूह है । यहां सर्व धर्माें का आदर किया जाता है । हमारा देश सदा सत्य और अहिंसा का वाहक रहा है । यह बात सभी को ध्यान में रखनी चाहिए ।’’
३. ‘‘भारत एक ऐसा देश है, जहां इस्लाम, यहुदी (ज्यु) और ईसाईयों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता । मदीना के पश्चात भारत में ही प्रथम मस्जिद का निर्माण किया गया था । वह भी एक हिन्दू राजा द्वारा निर्मित की गई थी ।’’