प्रधानमंत्री इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव निरस्त !

  • पाकिस्तान की संसद भंग : ९० दिनों में चुनाव !

  • उपसभापति ने प्रस्ताव पर मतदान की अनुमति नहीं दी !

  • प्रस्ताव निरस्त होने के विरोध में, उच्चतम न्यायालय में याचिका प्रविष्ट !

इमरान खान

     इस्लामाबाद, ३ अप्रैल (आईएएनएस) – पाकिस्तान की संसद ने ३ अप्रैल को प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के विरुद्ध प्रविष्ट प्रस्ताव को निरस्त कर दिया । संसद के उपाध्यक्ष कासिम खान सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव को यह कहते हुए निरस्त कर दिया कि, यह एक विदेशी षड्यंत्र है । उन्होंने मतदान नहीं होने दिया । इसके उपरांत, उन्होंने संसद को २५ अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया । तदुपरांत, प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति से संसद भंग करने का अनुरोध किया । राष्ट्रपति ने खान के अनुरोध को स्वीकार कर संसद को भंग कर दिया और ९० दिनों के अंदर आम चुनाव का आदेश दिया । तब तक, प्रधान मंत्री इमरान खान कार्यवाहक प्रधान मंत्री होंगे ।

     विपक्षी दलों के समूह ने विधानसभा के बहिष्कार का आह्वान किया । सत्तारूढ दल के सदस्यों के सदन से बहिर्गमन के उपरांत, विपक्ष ने अपना काम पुन: प्रारंभ कर दिया । उन्होंने सदस्यों में से एक को अध्यक्ष के रूप में चुना । इसके उपरांत, अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान किया गया एवं  प्रस्ताव पारित हुआ । विपक्षी दलों ने कहा है कि, वे मध्यावधि चुनाव में नहीं लडेंगे ।

मैं लोगों को बधाई देता हूं और अल्लाह का शुक्रिया अदा करता हूं ! – इमरान खान

     अविश्वास प्रस्ताव निरस्त होने के उपरांत, “देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि, सभी लोगों के सामने देशद्रोह होने वाला था । संसद में देशद्रोही बैठे थे और षड्यंत्र रचा जा रहा था । मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि, अल्लाह की दृष्टि जनता पर है । जनता इस प्रकार के षड्यंत्र को सफल नहीं होने देगी । सभापति ने आज अपनी शक्ति का प्रयोग कर निर्णय लिया है । तदनंतर, मैंने अभी-अभी राष्ट्रपति को सदन भंग करने का परामर्श दिया है । एक लोकतांत्रिक समाज में हमें लोकतांत्रिक पद्धति से लोगों के समक्ष जाना चाहिए, चुनाव होना चाहिए फिर जनता निर्णय लेगी । पैसे के बल पर इस देश का भविष्य नहीं लिखा जा सकता । उनका सारा पैसा व्यर्थ जाएगा । लोगों ने यह निर्णय  लिया है और मैं आज लोगों से कहता हूं, चुनाव की तैयारी करो, निर्णय आप ही करें । मैं लोगों को बधाई देता हूं और अल्लाह को धन्यवाद देता हूं कि, जो इतना बडा षड्यंत्र रचा जा रहा था एवं जनता की चुनी हुई सरकार को उखाड फेंकने का जो प्रयत्न किया जा रहा था, वह असफल हो गया ।”

संविधान का उल्लंघन ! – शाहबाज़ शरीफ़

     विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ ने कहा कि, “संसद में अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान नहीं करना, संविधान का उल्लंघन है ।”