अबुझमाड (छत्तीसगढ) में आदिवासियों द्वारा धर्म परिवर्तन के विरुद्ध आंदोलन !

प्रशासन द्वारा धर्मांतरण की घटनाओं पर अंकुश न लगाने पर, कठोर आंदोलन करने की चेतावनी !

  • यह लज्जाजनक बात है कि, आदिवासियों को, धर्मांतरण के विरोध में शासक, प्रशासन एवं पुलिस के निष्क्रिय होने के कारण ही, रास्तों पर उतरना पड रहा है ! – संपादक

  • ईसाईयों का तुष्टीकरण करने वाले कांग्रेस के राज्य में हिन्दुओं के धर्मांतरण की घटनाएं न रोकी जाना, क्या यह कोई आश्चर्य की बात है ? – संपादक
(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

अबुझमाड (छत्तीसगढ ) – छत्तीसगढ राज्य के अबुझमाड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में, आदिवासी ग्रामीणों ने ईसाई मिशनरियों द्वारा होने वाले दरिद्र आदिवासियों के धर्म परिवर्तन के विरुद्ध में आंदोलन आरंभ कर दिया है । यह आंदोलन यहां की १० ग्राम पंचायतों के आदिवासियों ने आरंभ किया है । उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि, आदिवासियों का धर्म परिवर्तन न रुकने पर कठोर आंदोलन होगा ।

इससे पूर्व आदिवासी ग्रामीणों ने बैठक की थी । उसमें ग्रामीणों ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य आदिवासी संस्कृति बचाना है तथा हम षड्यंत्र रचने वालों को नहीं छोडेंगे ।’ उन्होंने, ईसाई धर्म अपनाने वाले आदिवासियों से हिन्दू धर्म में लौटने का आवाहन करते हुए कहा, “धर्मांतरित होने से आपको एक आदिवासी के रूप में मिलने वाला लाभ एवं आरक्षण नहीं मिलेगा । धर्मांतरण के कारण, इस क्षेत्र में विवाद एवं हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हुई है । हमें इसे रोकने के लिए संगठित रहना होगा ।”