सतर्कता के लिए, श्रीराम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक और पदाधिकारियों को बंदी बनाकर मुक्त कर दिया गया !
कोलार (कर्नाटक) – कुछ दिनों पूर्व, चिकमगलुरु में दत्ता पीठ से दत्तमाला धारण करने वालों को ले जा रही एक बस पर कट्टरपंथियों द्वारा किए गए आक्रमण के विरोध में कोलार में बंद का आह्वान किया गया था । बंद में दुकानदारों ने बढ-चढकर हिस्सा लिया और अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं । कोलार जिलाधीश सेल्विमणि और पुलिस अधीक्षक डी.के. किशोर बाबू को प्राणघातक आक्रमण करने को लेकर ज्ञापन दिया गया । इस समय, श्री राम सेना के मुख्य कार्यकारी श्री. अरुण प्रकाश, मंडल अध्यक्ष श्री. रमेश राज, कार्यकर्ता सुप्रीत श्री. किशोर राममूर्ति, बजरंग दल के श्री. बाबू, श्री. बालाजी, ॐ शक्ति के श्री. चलपति आदि ने आंदोलन का नेतृत्व किया । बंद की पृष्ठभूमि में, पुलिस अधीक्षक डी.के. किशोर बाबू की देखरेख में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी । इस दौरान, कोलार के जिलाधीश भी उपस्थित थे । प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए मोर्चा निकाला । श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक को जिलाधीश ने, यह ज्ञात होने पर कि वे यहां आएंगे, जिले में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया था । अत:, जब मुतालिक ने कोलार में प्रवेश करने का प्रयत्न किया, तो उन्हें रोक लिया गया ।
बंद के अवसर पर जिलाधीश को दिये गये ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखी गईं :
१. कोलार के ‘घंटा घर’ में ‘मटका’ का धंदा जोरों पर है और उसे तत्काल बंद कर, दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ।
२. यहां के ईदगाह मैदान के पास हिन्दू नागरिकों का आना-जाना कठिन होता जा रहा है, इसलिए वहां पुलिस चौकी बनाई जाए । ईदगाह मैदान और रेलवे स्थानक के होटल, चाय की दुकान, कैंटीन और अवैध दुकानें, रात्रि २-३ बजे तक खुली रहती हैं । उन पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ।
३. नगर में गोमांस बेचने वाली अवैध दुकानों को तत्काल हटाया जाए ।
४. कोलार नगर में लोग बिना लाइसेंस के रिक्शा चल रहे हैं । ऐसे वाहनों की तत्काल पहचान कर, संबंधित लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए ।
५. कोलार नगर में मस्जिदों पर ध्वनि प्रक्षेपक लगाए गए हैं और उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, अनुमति न होने के कारण, त्वरित हटाया जाना चाहिए ।
६. कोलार नगर के टावर बस स्थानक पर आने वाली महिलाओं के साथ छेडखानी की जाती है । ऐसे लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए । (ये सब मांगें क्यों करनी पडती हैं ? क्या पुलिस और स्थानीय प्रशासन को यह नहीं दिखता ? या वे अंधे और बहरे हैं ? भाजपा के राज्य में हिन्दुओं को ऐसे निवेदन क्यों देने पडते हैं ? हिन्दुओं का ऐसा लगना स्वाभाविक है । – संपादक)