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बीजिंग (चीन) – चीन द्वारा मुसलमानों को उत्पीडन छावनियों में बंद करके रखने का इसके पहले सामने आया था । अब चीन ने उघूर मुसलमानों के शरीर के अंग निकालकर उसका व्यापार चालू किया है । ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न के दैनिक ‘द हेराल्ड सन’ ने इस विषय का वृत्त प्रकाशित किया है ।
उइगर मुस्लिमों के अंग बेच रहा चीन, हो रही ₹7500 करोड़ की सालाना कमाई: UNHRC को भी है पता, सालों से चल रही तस्करी#Uighur #UighusMuslims #Chinahttps://t.co/wPqZxs2Htb
— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) October 30, 2021
१. इस दैनिक के वृत्त में कहा है कि, उघूर मुसलमानों का यकृत १ करोड २० लाख रुपयों में बेचा जा रहा है । इस व्यापार से चीन को प्रतिवर्ष ७ सहस्र ४९२ करोड रुपयों की आय हो रही है ।
२. इस वर्ष जून में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने इस विषय में सूत्र रखे थे, उसमें केवल उघूर ही नहीं, तो तिब्बत के लोग, ईसाई और फालुन गोंग इस समाज के लोगों के साथ भी ऐसा किए जाने का कहा था ।
३. संयुक्त राष्ट्रों ने भी वर्ष २००६-०७ में भी यह सूत्र रखे थे । उस समय चीन ने इस व्यापार के पीछे तस्कर होने की बात कही थी ।
४. ‘ऑस्ट्रेलियन स्ट्रेटेजिक पॉलिसी इन्स्टिट्यूट’ की जानकारी के अनुसार चीन की ओर से वर्ष २०१७ से २०१९ के बीच ८० सहस्र उघूर मुसलमानों के अंगों की इसी प्रकार से बिक्री की गई है । इस व्यापार के लिए अनेक डॉक्टर और वैद्यकीय विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है ।
५. ‘इंटरनेशल फोरम फार राइट्स एंड सिक्योरिटी’ इस संस्था ने बताया था कि, चीन में अनेक लोगों के अंग बलपूर्वक निकालकर उनका ‘डी.एन.ए.’ (व्यक्ति की वास्तविक पहचान कराने वाले शरीर के घटक) एकत्र किया जा रहा है । जो मुसलमान इसका विरोध करते हैं, उन्हे गायब किया जाता है । .