हिन्दू अपने बच्चों को धर्म के विषय में अभिमान रखने की शिक्षा नहीं देते हैं ! – संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत

  • पिछले अनेक वर्षों से सनातन संस्था हिन्दुओं को धर्म शिक्षा ना मिलने से उनमें धर्म के विषय में अभिमान निर्माण ना होने का बता रही है । आज माननीय संघ प्रमुख ने वही बताया है । इस कारण अब तो हिन्दुओं के प्रत्येक संगठन को हिन्दूओं को धर्म शिक्षा देने के लिए संगठित होकर प्रयास करना चाहिए । इस माध्यम से ही हिन्दुओं में धर्म के प्रति अभिमान निर्माण होने से वे धर्माचरण करने वाले बनेंगे !– संपादक

  • हिन्दुओं को धर्म शिक्षा देने का दायित्व वास्तव में केंद्र सरकार का है । इसके लिए सरकार को  प्रयास करना आवश्यक है; लेकिन वर्तमान स्थिति ‘निधर्मी’ होने से यह संभव नहीं । हिन्दू राष्ट्र में हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा देने की व्यवस्था सरकारी स्तर से ही की जाएगी । इसके लिए हिन्दू राष्ट्र के लिए कटिबद्ध हो जाइये !– संपादक
सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

देहरादून (उत्तराखंड) – हिन्दू परिवार स्वयं के बच्चों को धर्म का अभिमान रखने के लिए आवश्यक परंपरा और मूल्यों की शिक्षा नहीं देते हैं, ऐसा विधान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने यहां एक कार्यक्रम में किया ।

संघ प्रमुख ने रखे सूत्र

हिन्दू बच्चे विवाह के लिए धर्म परिवर्तन करते हैं, यह बडी गलती !

धर्म परिवर्तन कैसे होता है ? हमारे देश के लडके-लडकियां अन्य धर्मों में कैसे जाते हैं ? छोटे स्वार्थ के लिए अथवा विवाह करने के लिए धर्म परिवर्तन करना गलत है ।

‘ओटीटी’ मंच पर बच्चे क्या देखते हैं, इस ओर ध्यान दें !

‘ओटीटी’ मंचपर सभी कुछ देखने मिलता है । मीडिया में जो आ रहा है, वह बच्चों के लिए और अपने मूल्यों की व्यवस्था को संजोए रखने के लिए नहीं होता है । हमें ही बच्चों को घर में क्या देखना चाहिए और क्या नहीं, यह सिखाने की आवश्यकता है । (‘ओटीटी’ अर्थात ‘ओवर द टॉप’ ! कंपनियों ने सीधे इंटरनेट के माध्यम से दर्शकों को दी जाने वाली सेव अर्थात ‘ओटीटी’ ऐसा कह सकते हैं । ‘ओटीटी’ द्वारा दर्शक चित्रपट, वेब सिरीज आदि मनोरंजनात्मक कार्यक्रम देख सकते हैं । विविध कार्यक्रमों से अश्लीलता, साथ ही हिंसा आदि पर किसी भी सरकारी तंत्र के नियंत्रण के बिना प्रक्षेपण किया जाता है । संक्षेप में इन कार्यक्रमों पर नियमन करने के लिए अभी तक काई भी सरकारी व्यवस्था अथवा नियम नहीं बनाए गए हैं ।)

विदेशों के कारण देश में नशीले पदार्थों के मामले बढ रहे हैं !

लोगों को अपना गुलाम बनाने के लिए पश्चिमी देशों ने चीन में अफीम भेजा । युवा पीढी उसमें फंस गई और पश्चिमी देशों ने उस पर राज्य किया । अपने देश में भी यही चल रहा है । नशीले पदार्थों के मामले देखे और यह पदार्थ कहां से आते हैं, इसका ब्यौरा लेने पर उसके पीछे का कारण और उद्देश्य, साथ ही इसका लाभ किसे होता है, यह आपको समझ में आएगा ।

हिन्दू के संगठित होने के लिए महिलाओं की आवश्यकता !

हिन्दू समाज को संगठित करना, यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्य उद्देश्य है; लेकिन जब हम संघ के कार्यक्रम आयोजित करते हैं, तब हमें केवल पुरूष ही दिखते हैं । यदि संपूर्ण समाज को संगठित करना है, तो इसमें ५० प्रतिशत महिलाएं होनी चाहिए ।

अपनी मिट्टी से हमेशा जुड कर रहना चाहिए !

हिन्दू परिवारों को भाषा, भोजन, भजन, भ्रमण वस्त्र और भवन इन बातों के माध्यम से अपनी मिट्टी से जुडे़ रहना चाहिए । अपनी जडों को अधिक मजबूत करना चाहिए ।