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मुंबई – भारत-पाकिस्तान युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधुनिक चिकित्सकों तथा कर्मचारियों को छुट्टियां नहीं देनी चाहिए, छुट्टी पर गए हुए अधिकारियों को काम पर उपस्थित होने के लिए कहें । प्रत्येक रक्तपेढी में प्रचुर रक्त भंडार उपलब्ध रखें, ऐसे निर्देश स्वास्थ्य विभाग के सचिव वीरेंद्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को दिए हैं । ‘औषधियों की भी कमी नहीं होने दें । रक्त भंडार सहित सभी संस्थाओं में प्रचुर औषधियां रखें । ऑक्सिजन, वेंटिलेटर सहित अतिदक्षता विभाग भी सज्ज रखें । राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, आयुष मंत्रालय सहित अन्य सभी विभाग भी सतर्क रहें’, ऐसे निर्देश सचिव ने दिए हैं । स्वास्थ्य सचिव वीरेंद्र सिंह ने ऑनलाइन बैठक ली । उसमें सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित संचालक, उपसंचालक, जिला शल्य चिकित्सक, मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता तथा जिला स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे ।
शासन के सचिव डॉ. निपुण विनायक ने भी परिपत्रक निकालकर कुछ निर्देश दिए । उसमें उन्होंने कहा कि, सभी स्वास्थ्य संस्थाऐं पूर्ण क्षमता से कार्यरत रहें । सभी चिकित्सा अधिकारी तथा कर्मचारी काम पर उपस्थित रहें । रुग्णवाहिका तथा अन्य आपत्कालीन वाहन सभी आवश्यक जीवन रक्षक प्रणालियों के साथ उपलब्ध रहें । स्ट्रेचर (रोगियों को लिटाकर ले जानेवाला एक उपकरण), अभिकर्मक (रासायनिक प्रक्रिया में उपयोग किया जाने वाला पदार्थ), ऑक्सिजन और अन्य जीवन रक्षक प्रणालियों की, तथा बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करें । चलता फिरता चिकित्सा दल सक्षम रूप से कार्यान्वित करें, स्वास्थ्य संबंधी उपकरण, अतिरिक्त डिस्पोजेबल (फेंकने योग्य) वस्तुओं सहित शल्य चिकित्सा गृह कार्यान्वित रखें, प्रयोगशालाऐं संपूर्ण क्षमता से कार्यान्वित रहें । आवश्यकतानुसार ‘मॉकड्रिल’ (आपातकालीन-अभ्यास) लिया जाए । ‘ब्लैकआउट’ (जानबूझकर बिजली बंद करना) होने पर स्वास्थ्य संस्था की आपत्कालीन सेवाऐं चालू रहेंगी; किंतु ब्लैकआउट का पालन करने के संबंध में जिला आपदा प्रबंधन समिति के मार्गदर्शन के अनुसार उचित कार्रवाई करें ।