२०० साल पुरानी शमशान भूमि को पशु बाजार में बदलने की योजना
ढाका (बांग्लादेश) – यहां एक पशु बाजार शुरू करने के लिए निर्माण कार्य के दौरान हिंदुओं का एक मंदिर और २०० साल पुरानी शमशान भूमि को तोड़ा गया । यह घटना मैमनसिंह ज़िले के उच्छाखिला यूनियन में घटित हुई ।
DEPLORABLE! Hindu Mandir DEMOLISHED & 200-yr-old cemetery to be a cattle market in Bangladesh! 🇧🇩 😡
Angry Hindus protest as hundreds of attacks hit them post-Sheikh Hasina.
Arrests, @iskcon ban attempts & ‘sedition’ charges on Chinmoy Krishna Das Prabhu reveal alleged… pic.twitter.com/ueF44W3qv4
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 30, 2025
१. हिंदुओं का आरोप है कि ईश्वरगंज उपजिला के प्रशासनिक अधिकारी मोहम्मद एरशादुल अहमद ने जबरन मंदिर और शमशान भूमि को तोड़ दिया । साथ ही शमशान भूमि को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की घोषणा भी की गई ।
२. हिंदू नेता पिंटू चौधरी ने कहा कि मंदिर तथा शमशान भूमि, *दोनों हमारी आस्था के प्रतीक हैं और इन्हें किसी भी कीमत पर स्थानांतरित नहीं किया जा सकता। सनातन धर्म के अनुयायी इस घटना से अत्यंत आक्रोशित हैं और इसी कारण वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
३. एक अन्य स्थानीय हिंदू नेता परेश साहा ने कहा कि एक इस्लामी समूह हिंदुओं को इस क्षेत्र से भगाने की धमकी दे रहा है, लेकिन सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है ।
४. बांग्लादेश पूजा उत्सव मोर्चा के सचिव बिजॉय मित्रा शुभो ने कहा कि हिंदुओं ने पहले ही इस विध्वंस को रोकने के लिए सूचना दी थी; फिर भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया ।
५. यद्यपि, अधिकारी मोहम्मद एरशादुल अहमद ने कहा कि “यह घटना अनजाने में हुई ।”
संपादकीय भूमिकापाकिस्तान के साथ-साथ बांग्लादेश को भी सबक सिखाने का साहस भारत कब दिखाएगा ? |