Bangladesh Hindu Leader Kidnapped N Murdered : बांग्लादेश में हिन्दू नेता का अपहरण कर निर्दयता से हत्या

बांग्लादेश के दिनाजपुर ज़िले में भाबेश चंद्र नामक एक हिन्दू नेता का अपहरण कर उनकी हत्या

ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के दिनाजपुर ज़िले में भाबेश चंद्र नामक एक हिन्दू नेता का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई, ऐसी जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है । भाबेश चंद्र बिरल उपजिले के प्रमुख हिन्दू नेताओं में से एक थे और उन्होंने बांग्लादेश पूजा उत्सव परिषद की बिरल शाखा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था ।

१. चंद्रा की पत्नी शांता रॉय ने बताया कि १७ अप्रैल को दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार लोग आए तथा उन्होंने भाबेश को उनके घर से अगवा कर लिया । उन्हें नाराबाड़ी गांव ले जाकर निर्दयता से पीटा तथा बेसुध अवस्था में घर के पास छोड़ दिया । उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।

२. बिरल थाने के प्रमुख अधिकारी ने बताया कि पुलिस इस घटना में शामिल संदिग्धों की पहचान कर उन्हें बंदी बनाने का प्रयास कर रही है तथा घटना की जांच जारी है ।

पिछले महीने बांग्लादेश में हिन्दुओं के घरों तथा मंदिरों पर हुए आक्रमणों के १४७ प्रकरण

ढाका की मानवाधिकार संस्था ‘ऐन ओ सलीश केंद्र’ की पिछले महीने की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के घर, मंदिर तथा व्यापारिक प्रतिष्ठानों को लक्ष्य बनाने की कुल १४७ घटनाएं सामने आई हैं । इन घटनाओं में लगभग ४०८ घरों को हानि पहुंचायी गई, जिनमें से ३६ घटनाओं में आग लगाई गयी थी । इसके अतिरिक्त अल्पसंख्यकों की दुकानों तथा प्रतिष्ठानों पर ११३ आक्रमण तथा अहमदिया समुदाय की मस्जिदों पर ३२ आक्रमण हुए हैं ।

बांग्लादेश को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए ! – भारत

हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों को लेकर भारत पहले ही बांग्लादेश को चेतावनी दे चुका है । भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अन्यों पर आरोप लगाने के स्थान पर बांग्लादेश को अपने देश के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए । बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने वाले लोग खुलेआम घूम रहे हैं, यह अत्यंत चिंता का विषय है । (ऐसा कह देने से बांग्लादेश पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला । भारत को अब ऐसी भाषा में बात करनी चाहिए जो बांग्लादेश को समझ आए तथा हिन्दुओं की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए ! यदि भारत की जगह इस्राइल होता, तो अब तक यह सब हो चुका होता – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • बांग्लादेश में हिन्दुओं का नस्लसंहार निश्चित है, इसलिए ऐसी घटनाएं सामान्य हो गई हैं तथा इस पर विश्वभर के हिन्दू, उनकी संस्थाएं एवं सरकारें भी निष्क्रिय बनी रहेंगी !
  • भारत में अल्पसंख्यकों पर कथित अत्याचारों के विरुद्ध हमेशा हिन्दुओं को दोषी ठहराने वाला अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग क्या बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं के अत्याचार को नहीं देख पा रहा है ? भारत को इस विषय में मानवाधिकार आयोग को भी फटकार लगानी चाहिए !