Murshidabad Violence : हिन्दू पिता-पुत्र की हत्या !

  • मुर्शिदाबाद (बंगाल) में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरुद्ध मुसलमानों ने फिर हिंसा का सहारा लिया

  •  १० पुलिसकर्मी घायल

  • ५ सहस्त्र मुसलमानों ने रेलवे लाइन को अवरुद्ध कर दिया

  • सीमा सुरक्षा बल के जवान तैनात

मुर्शिदाबाद (बंगाल) – पिछले कुछ दिनों से देश भर के मुसलमान वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं । इस पृष्ठभूमि में, शुक्रवार, ११ अप्रैल को दोपहर की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुसलमानों ने यहां हिंसा की । १२ अप्रैल को भी इस पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका । इस दिन कट्टरपंथी मुसलमानों ने शहर के जाफराबाद इलाके में एक हिन्दू पिता और उसके बेटे की हत्या कर दी । उनके नाम हरगोविंद दास और चंदन दास हैं । वे हिन्दू देवताओं की मूर्तियां बनाने का व्यवसाय करते थे । तीन दिन पहले इसी स्थान पर मुसलमानों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था और हिंसा की थी । उन्होंने पुलिस पर हमला किया और उनके कई वाहनों को आग लगा दी । फिर वही बात पुनः घटित हुई । पुलिस ने इस हिंसा के सिलसिले में अब तक ११५ मुसलमानों को बंदी बनाया है ।

१. शुक्रवार को दोपहर १२ से १ बजे के बीच मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और सुती इलाकों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ । मुसलमानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-१२ पर सरकारी बसों और अन्य वाहनों को आग लगा दी । उन्होंने पुलिस पर पत्थर भी फेंके । इससे पुलिस को अपनी सुरक्षा के लिए मस्जिद में शरण लेनी पड़ी ।

२. पुलिस ने दंगाई मुसलमानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे । हिंसा के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल यातायात बंद हो गया । पश्चिमी रेलवे ने बताया कि करीब ५ सहस्त्र मुसलमानों ने दोपहर २.४६ बजे अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन पर धुलियानगंगा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया था।

३. मुर्शिदाबास से १० किमी.पर शमशेर गंज में हजारों कट्टरपंथी मुसलमानों ने आग लगा दी । यहां सरकारी विश्राम गृह में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई ।

४. धुलियान रेलवे स्टेशन पर हमला किया गया और वहां की सामग्री को नष्ट कर दिया गया । यहां पुलिस पर एक बम भी फेंका गया ।

५. मुर्शिदाबाद में पहले ही इंटरनेट बंद किया जा चुका है । इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए । स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सीमा सुरक्षा बल के जवानों की सहायता ली जा रही है । इस समय यहां तनावपूर्ण शांति है ।

६. राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हिंसा पर चर्चा की । राज्यपाल बोस ने राज्य सरकार को मुर्शिदाबाद, मालदा और दक्षिण २४ परगना जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में अशांति के लिए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करने का भी निर्देश दिया ।

( और इनकी सुनिये ) ‘ शांत रहें क्योंकि राज्य में वक्फ अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा ! ‘ – मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुसलमानों से अपील

ऐसी अपील करने के बजाय हिंसा करने वाले कट्टरपंथी मुसलमानों के विरुद्ध कार्यवाही क्यों नहीं की जाती ? क्या वे सरकार के दामाद हैं ?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम प्रदर्शनकारियों से कहा कि राज्य में वक्फ अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा । यह कानून केंद्र ने बनाया है, इसलिए जो जवाब चाहिए, केंद्र से मांगिए । मेरी अपील है कि आप शांत रहें । हर किसी का जीवन अनमोल है । राजनीति के लिए दंगे मत भड़काओ ।

संपादकीय भूमिका  

  • बंगाल बांग्लादेश बन गया ! चूंकि तृणमूल कांग्रेस के राज्य बंगाल में यह स्थिति बनी रहेगी, इसलिए हिन्दुओं और देश की रक्षा के लिए इस सरकार को भंग करके राष्ट्रपति शासन क्यों नहीं लगाया जा रहा है ? और क्या होने का इंतजार किया जा रहा है ?
  • ध्यान दें कि जो लोग संभल में हिंसा के दौरान मुसलमानों द्वारा की गई गोलीबारी में मुसलमानों की मौत पर हंगामा कर रहे थे , वे बंगाल में हिन्दुओं की हत्याओं पर चुप हैं !