उल्हासनगर की घटना
(‘लिव इन रिलेशनशिप’ अर्थात विवाह किए बिना साथ रहना)
ठाणे – उल्हासनगर में ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में रहनेवाली २१ वर्ष की युवती ने अपने १ माह के बच्चे को कळवा स्थित एक परिवार को बिना कोई वैध प्रक्रिया केवल १० सहस्र रुपयों में दत्तक दिया । ये उजागर होने के उपरांत उसने अपने बच्चे को वापस देने की मांग की है ।
A baby born out of a ‘live in relationship’ was sold for 10,000 rupees!
An incident from Ulhasnagar
These are the ill effects of a ‘Live in relationship’ ! A marriage according to Hinduism is the perfect union of many things ! Hence certain obligations which arise out of… pic.twitter.com/mnvKZBcRAs
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 15, 2025
वह जब गर्भवती बनी, तब प्रेमी ने बच्चे को संभालने का वचन दिया था; परंतु बालक का जन्म होने के पश्चात आर्थिक परिस्थिति अच्छी न होने के कारण बालक को संभालने से मना कर दिया । (यदि ऐसा है, तो ‘लिव इन रिलेशनशिप’ में क्यों रहना है ? – संपादक) दोनों अभिभावकों ने इच्छुक परिवार को बच्चे को दत्तक देने का निश्चिय किया । उल्हासनगर के ‘सखी’ केंद्र को इस संदर्भ में जानकारी मिलने पर कळवा के संबंधित परिजनों से बच्चे को लिया गया । इस प्रकरण में बच्चे के वास्तविक अभिभावक, साथ ही अवैध दत्तक लेनेवाले अभिभावकों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया है ।
संपादकीय भूमिकाये हैं ‘लिव इन रिलेशनशिप’ के दुष्परिणाम ! हिन्दू धर्म में विवाह संस्था अर्थात अनेक बातों का सर्वांगसुंदर मिलन है । इसके द्वारा प्राप्त श्रेष्ठ गृहस्थाश्रम में दायित्व को ठुकराया नहीं जाता, जबकि वे आनंद से स्वीकार किए जाते हैं । परंतु पाश्चात्त्य विकृति के अधीन होकर ‘लिव इन’ का अवलंबन करना अर्थात अपना जीवन नष्ट करने के समान ही है ! |