शिरडी में दोहरे हत्याकांड के बाद साईं बाबा संस्थान का निर्णय
शिरडी – यहां के भोजन कक्ष में मिलने वाले भोजन के लिए अब भक्तों को कूपन लेना अनिवार्य होगा । पहले शिरडी में नि:शुल्क भोजन के लिए सीधे प्रवेश की अनुमति थी, लेकिन अब केवल कूपन धारकों को ही प्रवेश दिया जाएगा। हाल ही में भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. सुजय विखे पाटिल ने यह मांग की थी कि “शिरडी में नशे के आदी अपराधियों और भिखारियों की संख्या बढने के कारण नि:शुल्क भोजन व्यवस्था में बदलाव किया जाए ।” कुछ दिनों पहले यहां एक दोहरे हत्याकांड की घटना भी हुई थी । इसी पृष्ठभूमि पर साईं संस्थान ने यह निर्णय लिया है । हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा साईं बाबा संस्थान ने यह जानकारी दी ।
नि:शुल्क भोजन व्यवस्था केवल भक्तों और रोगियों के लिए होगी, संस्थान की घोषणा ।
साईं बाबा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडीलकर ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि साईं बाबा संस्थान के प्रसादालय में दी जाने वाली नि:शुल्क भोजन व्यवस्था अब केवल भक्तों और संस्थान के अस्पताल में उपचार लेने वाले रोगियों के लिए ही होगी । अन्य नागरिकों को प्रसादालय में भोजन के लिए भुगतान करना होगा । यह निर्णय 6 फरवरी से लागू होगा । कुछ लोग भोजनालय में शराब पीकर आते थे और भोजन के बाद परिसर में धूम्रपान करते थे, जिससे साईं भक्तों को परेशानी होती थी । ऐसी कई शिकायतों के कारण इस बदलाव का निर्णय लिया गया है ।
नई नि:शुल्क भोजन व्यवस्था इस प्रकार होगी ।
१. दर्शन करने वाले भक्तों को विभूति -प्रसाद कक्ष के पास कूपन दिया जाएगा ।
२. मुखदर्शन करने वाले भक्तों को मुखदर्शन सभागार में वैकल्पिक कूपन मिलेगा ।
३. संस्थान के निवास में ठहरे भक्तों को उनके कमरे की रसीद और चाबी के आधार पर भोजन कक्ष में प्रवेश मिलेगा ।
४. अस्पताल में भर्ती रोगियों के परिजनों को रोग का पर्चा अथवा भर्ती कार्ड दिखाकर भोजन मिलेगा ।
५. पदयात्रा करने वाले समूह और स्कूल यात्राओं के लिए संस्थान अधीक्षक की स्वीकृति के बाद प्रवेश मिलेगा ।
६. सशुल्क भोजन सुविधा पहले की तरह जारी रहेगी । सुबह दर्शन पंक्ति में नाश्ते के लिए अलग कूपन मिलेगा, जिसके लिए भुगतान करना होगा ।